Deoghar News: बलिदानी के सम्मान पर डाका, चोर ले गए वीरता मेडल और गहने
Deoghar News: देवघर में चोरों ने एक बलिदानी के घर में घुसकर वीरता मेडल और गहने चुरा लिए। यह घटना बलिदानी के सम्मान पर एक बड़ा आघात है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और चोरों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।

बलिदानी के घर में चोरी की जांच करती पुलिस।
जागरण संवाददाता, सारठ (देवघर)। झारखंड के देवघर जिले के सारठ थाना क्षेत्र के बभनगामा गांव स्थित बलिदानी गणेश पांडेय के घर को चोरों ने निशाना बनाया। चोरों ने घर का ताला तोड़कर वहां से नकदी व गहनों सहित करीब 25 लाख रुपये का सामान चोरी कर लिया।
हैरानी की बात यह है कि चोरों ने भारतीय सेना की ओर से गणेश पांडेय को दिया गया वीरता मेडल भी चुरा लिया। मिली जानकारी के अनुसार, जसीडीह थाना क्षेत्र के घोरलास गांव में एक रिश्तेदार के यहां शादी थी।
शादी में शामिल होने के लिए परिवार के सभी सदस्य घर बंद कर वहां चले गए थे। सुबह जब वे लौटे तो देखा कि घर के मुख्य द्वार का ताला टूटा हुआ है। अंदर चार कमरों के ताले भी टूटे मिले। आलमारी व ट्रंक भी तोड़े गए थे और सामान बिखरा पड़ा था।
चोरों ने घर से सोने की चेन, झुमका, मांगटिका, अंगूठी, बाला, चंद्रहार सहित अन्य गहने, 2.50 लाख रुपये नकद और वीरता मेडल चोरी कर लिया। चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग 25 लाख रुपये बताई जा रही है।
जिस तरीके से चोरी को अंजाम दिया गया, उससे लगता है कि चोरों ने पहले घर की रेकी की थी। घर बंद पाकर उन्होंने ताला तोड़ा और आराम से चोरी कर फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही सारठ एसडीपीओ रंजीत कुमार लकड़ा, थानाप्रभारी दीपक कुमार साह सहित अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की। बाद में दुमका से एसआइ दिवाकर कुमार के नेतृत्व में स्वान दस्ता तथा फॉरेंसिक टीम भी जांच के लिए पहुंची।
फिंगरप्रिंट सहित अन्य नमूने एकत्र किए गए। इसी आधार पर पुलिस चोरों का सुराग तलाशने में जुटी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस घटना में स्थानीय लोगों की संलिप्तता तो नहीं।
सारठ के विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह भी घटनास्थल पहुंचे और परिजनों से बात की। उन्होंने फोन पर एसपी से बात कर घटना का जल्द खुलासा करने का निर्देश दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के बड़ी संख्या में ग्रामीण भी वहां जुट गए। हर कोई इस घटना से हैरान था और इसकी निंदा की।
2004 में बलिदान हुए थे गणेश पांडेय
गणेश पांडेय सेना में कार्यरत थे। 27 अक्टूबर 2004 को जम्मू-कश्मीर के चथूरा तहसील के बड़गांव में आतंकवादियों से मुकाबले के दौरान गोली लगने से उनका बलिदान हुआ था। उनकी याद में बभनगामा में स्मारक भी बनाया गया है।
बलिदान के बाद मिले पैसों से परिजनों ने यह घर बनाया था। वर्तमान में इस घर में उनकी पत्नी, बड़ा बेटा लक्ष्मण पांडेय व उसका परिवार तथा छोटा बेटा रहता है।
जिस घर में चोरी हुई है, उससे लगभग 150 कदम की दूरी पर उनका पुराना घर है, जहां उनके पिता व भाई रहते हैं। बावजूद इसके उन्हें चोरी की भनक तक नहीं लगी।
घटना को लेकर अनुसंधान जारी है। फॉरेंसिक टीम और स्वान दस्ता द्वारा घटनास्थल की बारीकी से जांच की गई है। वहां से फिंगरप्रिंट और तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। जल्द ही घटना का उद्भेदन किया जाएगा और इसमें शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।- रंजीत कुमार लकड़ा, एसडीपीओ, सारठ

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