Updated: Tue, 03 Jun 2025 07:53 PM (IST)
मधुपुर स्टेशन पर आधुनिक कोच वाशिंग कॉम्प्लेक्स शुरू हो गया है जिससे ट्रेनों की धुलाई का काम आसान हो गया है। रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों के पर ...और पढ़ें
अजय तिवारी, मधुपुर (देवघर)। आसनसोल रेल मंडल का मधुपुर स्टेशन बहुत महत्वपूर्ण है। यहां से गिरिडीह जिले जाने के लिए अंग्रेजों के जमाने से सवारी ट्रेन चल रही है। इस स्टेशन में यात्री सुविधा उपलब्ध कराने के कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इस स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कोच वाशिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यहां पर फिलहाल ट्रेनों की धुलाई का काम शुरू हो गया है। जसीडीह पुणे, वास्कोडिगामा, हम सफर, मधुपुर गिरिडीह समेत कई ट्रेनों की धुलाई का काम रेलवे ने शुरू कर दिया है। मगर वॉशिंग पिट परिसर में बहुत सारा काम अभी बाकी है। फिलहाल वॉशिंग पिट के अलावा बिजली सब स्टेशन, प्रशासनिक भवन, कंप्रेसर रूम, पानी आपूर्ति आदि का काम पूरा हो चुका हैं।
वर्तमान में एसी कोच में कपड़ा, चादर तौलिया की सफाई के लिए लाउंड्री भवन का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा परिसर में सड़क का निर्माण का कार्य जारी है। सभी कार्य पूर्ण होने पर वॉशिंग पिट को अस्थाई रूप से चालू कर दिया जाएगा। फिलहाल रेलवे सिर्फ ट्रेन के धुलाई का काम चालू कर दिया है।
रेलवे प्रशासन के अनुसार, वॉशिंग पिट चालू हो जाने से रेलवे रेल यात्रियों को यहां कई सौगात अब मिलने वाली है। मधुपुर से अब लंबी दूरी की ट्रेन को शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस परियोजनाओं का उद्देश्य महत्वपूर्ण रेलवे संचालन को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर स्टेशन की क्षमता को बढ़ाना है।
जसीडीह और इसके आस-पास के क्षेत्र से खुलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के रखरखाव को सुव्यवस्थित करने के लिए मधुपुर स्टेशन पर एक अत्याधुनिक कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है। यह स्थानीय स्तर पर ट्रेन रखरखाव को संभालने में सक्षम बनाएगा, जिससे अन्य हब पर निर्भरता कम होगी और समय की पाबंदी में सुधार होगा।
इस पहले कोच के रखरखाव व वाशिंग का काम आसनसोल में होता था। इस कार्य में 21.29 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है। क्रेन भवन का निर्माण मधुपुर स्टेशन को 140 टन की ब्रेकडाउन (बीडी) क्रेन से भी लैस किया जा रहा है। 6.06 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए जा रहा है। ये उपकरण रेलवे पटरियों से बाधाओं को हटाने और क्षतिग्रस्त कोचों को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
क्रेन शेड के लिए नींव का काम पहले ही शुरू हो चुका है, जिसका का काम तेजी से चल रहा है। आपात स्थितियों को प्रभावी ढंग से कार्य को प्रबंधित करने ये मील का पत्थर है। इसके अलावा स्व-चालित दुर्घटना राहत ट्रेन के लिए एक समर्पित शेड का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो बहुत जल्द बन कर तैयार हो जाएगा।
इस परियोजना के लिए 2.42 करोड़ आवंटित किया गया है। नींव का काम पूरा हो चुका है और संरचनात्मक निर्माण कार्य चल रहा है। ये यान किसी दुर्घटना के वक्त मदद को तत्पर रहेगी। इसे हादसा हाने पर ट्रेन संचालन में व्यवधान कम होगा। जानकारी हो कि डीआरएम चेतनानंद सिंह ने घोषणा की थी कि मधुपुर में वॉशिंग पिट बनने के बाद यहां से लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।