'हेलो मैं एसएसपी बोल रहा हूं, तुम्हारे बेटे को छेड़छाड़...', ये कहकर होमगार्ड से ठग लिए 80000 रुपये
मधुपुर में होमगार्ड विनोद कुमार ठाकुर साइबर ठगी के शिकार हुए, जहां उनसे 80 हजार रुपये ठगे गए। ठगों ने खुद को कोलकाता का एसएसपी बताकर, बेटे को छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार करने का डर दिखाया। उन्होंने होमगार्ड को बेटे के रोने की आवाज सुनाकर पैसे जमा करने के लिए कहा। बाद में पता चला कि यह सब झूठ था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

'हेलो मैं एसएसपी बोल रहा हूं, तुम्हारे बेटे को छेड़छाड़...', ये कहकर होमगार्ड से ठग लिए 80000 रुपये
संवाद सूत्र, मधुपुर (देवघर)। एसबीआई मधुपुर मेन ब्रांच में पदस्थापित होमगार्ड विनोद कुमार ठाकुर से साइबर ठगों ने 80 हजार रुपए ठग लिए हैं। इसके बाद पीड़ित तुरंत मधुपुर थाना व जिले के साइबर थाना में आवेदन देकर घटना की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि कोलकाता के एसएसपी बोल रहे हैं।
एसएसपी का नाम सुनते ही वह घबरा गया। फोन पर उन्हें बोला कि तुम्हारा बेटा कोलकाता में एक लड़की के साथ छेड़खानी मामले में गिरफ्तार हुआ है। बेटे को जेल भेज रहे हैं। अगर चाहते हो कि बेटा जेल नहीं जाए तो इसकी एवज में एक लाख रुपये लगेंगे। फिर अपने आप को एसएसपी कहने वाले ने होमगार्ड जवान को फर्जी तरीके से उसके बेटे के रोने की आवाज सुनाई।
बेटा को रोता सुन पिता घबरा गया। फिर उसे एक बैंक खाता नंबर दिया गया और उसमें जल्दी पैसा जमा कर देने को कहा गया। घबराहट में होमगार्ड जवान ने भयभीत होकर मेन ब्रांच में तीस हजार, व्यवसायिक पीबीबी ब्रांच में तीस हजार व सीएसपी में 20 हजार कुल 80 हजार रुपया उक्त बैंक खाता में जमा कर दिया।
इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को फोन किया तो उसका बेटा बोला ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। बेटा की बात सुनते ही उन्हें एहसास हो गया कि वे साइबर ठग के शिकार हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने थाना में सूचना देकर उचित कार्रवाई की गुहार लगाई है।
इधर, पुलिस ने लोगों से अपील किया है कि अगर ऐसा मामला और फोन किसी के पास आता है तो पहले तहकीकात कर लें। नहीं तो कोई भी इस तरह से साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं। पुलिस दिए गए नंबर के आधार पर साइबर ठग का पता लगाने का प्रयास कर रही है। जानकारी हो कि पहले भी साइबर ठगों के द्वारा बहुत से लोगों को इस तरह से साइबर ठगी का शिकार बनाया जा चुका है।

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