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    बाबा मंदिर में ई पास की व्यवस्था सख्ती से लागू

    सोमवार से बाबा बैद्यनाथ मंदिर में ई पास की व्यवस्था सख्ती से लागू कर दी गई है।

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 31 Aug 2020 05:32 PM (IST)
    बाबा मंदिर में ई पास की व्यवस्था सख्ती से लागू

    संवाद सूत्र, देवघर

    सोमवार से बाबा बैद्यनाथ मंदिर में ई पास की व्यवस्था सख्ती से लागू कर दी गई है। मंदिर में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बच्चों, महिलाओं, 65 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों को आने से बचने की सलाह दी गई है। मंदिर में खांसी, बुखार, सर्दी जैसे लक्षणवाले लोगों को भी आने की अनुमति नहीं है। मंदिर में एक जगह लोगों को जमा होने, एक साथ घूमने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। मंदिर में भीड़ जमा न हो इस कारण श्रद्धालुओं को एक-एक कर प्रवेश कराया जा रहा है। मंदिर परिसर व आसपास के इलाके में थूकने की सख्त मनाही है, यहां आनेवाले लोगों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना भी अनिवार्य है।

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    चेकपोस्ट पर बाहर से आनेवाले वाहनों की सख्त चेकिग : देवघर जिले के एसपी पीयुष पांडेय ने कहा कि बाहर से आनेवाले वाहनों व लोगों की सख्ती से जांच होगी। सीमा पर चेकपोस्ट बनाया गया है। वहां दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल तैनात हैं। जो भी व्यक्ति दूसरे राज्य से झारखंड में प्रवेश करता है उसे ई-पोर्टल पर अपनी एंट्री दर्ज करानी है। उसे बताना है कि वह किस कारण से यहां आ रहा है और कितने दिनों तक रुकेगा। यहां आनेवाले को पहले 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन पर रहना होगा। इस नियम को अब सख्ती से लागू किया जाएगा। मंदिर में सिर्फ झारखंड के लोगों को आने की अनुमति है। ऐसे में मंदिर में आने के जो भी रास्ते हैं वहां इस बात की खासतौर पर जांच की जा रही है कि जो भी लोग आ रहे हैं उनके पास ई पास हो। इसकी जांच दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी मिलकर करेंगे।

    गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगाना सरासर गलत : महामंत्री

    मंदिर में लागू की गई व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर ने कहा कि पूरी व्यवस्था गलत है। इससे लोगों में नाराजगी है। ये नाराजगी विद्रोह में बदल सकती है। सुप्रीम कोर्ट के जिस निर्णय का उल्लेख किया गया है वह सिर्फ श्रावण व भादो के लिए था। दो दिन में भादो समाप्त हो जाएगा। ऐसे में दो दिन के लिए मंदिर में स्पर्श पूजा बंद करना व्यवहारिक नहीं है। ये बंद नहीं होना चाहिए, क्योंकि देवघर में स्पर्श पूजा का विधान है। बेहतर होगा कि मंदिर को बंद रखा जाए। लोगों को मंदिर नहीं आने दिया जाए। मंदिर में पुरोहितों के पूजा करने पर रोक नहीं लगाए जाने के बारे में पूछने भी महामंत्री ने कहा कि क्या बाबा केवल हमारे हैं। बाबा तो सबके हैं। जो लोग भी बाबा मंदिर आते हैं उनके लिए एक समान व्यवस्था होनी चाहिए। गर्भगृह किसी भी हालत में बंद नहीं होना चाहिए, इसका विरोध करते हैं और गर्भगृह को बंद नहीं करना ही बेहतर होगा।

    देवघर : सोमवार से बाबा मंदिर में ई पास से पूजा व्यवस्था को लागू कर दिया गया। रविवार को मंदिर में काफी भीड़ हो जाने व बिहार व अन्य प्रदेश के काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से अफरातफरी का माहौल कायम हो गया था। इस कारण आनन-फानन में सोमवार से ई पास की व्यवस्था को लागू कर दिया गया। मंदिर में प्रवेश करने वालों का ई पास व आइ कार्ड रखना अनिवार्य है। सभी लोगों को शारीरिक दूरी बनाते हुए फुटओवर ब्रिज के रास्ते पूजा कराई गई। सोमवार को व्यवस्था काफी दुरुस्त थी और 192 लोगों को सुबह छह बजे से दस बजे के बीच सरकार के निर्देश का अनुपालन करते हुए बाबा भोले का दर्शन कराया गया। इस दौरान कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ।