बाबाधाम में कतार में लगे हरियाणा और छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु भिड़े, दो घायल
कतार में आगे बढ़ने को लेकर बाबाधाम में हरियाणा और छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें दो लोग घायल हो गए। श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां हमेशा अव्यवस्था रहती है और इस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है, जबकि अन्य तीर्थस्थलों पर शांतिपूर्ण दर्शन होते हैं।
-1760290769156.webp)
देवघर मंदिर में लगी श्रद्धालुओं की भीड़। (जागरण)
संवाद सूत्र, देवघर। रविवार छुट्टी का दिन होने के बाबा मंदिर में देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचे। इस दौरान करीब 45 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा भोले पर जलार्पण किया।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद नहीं था। इस कारण शीघ्र दर्शनम की कतार में खड़े श्रद्धालुओं के बीच रह-रहकर लड़ाई झगड़ा भी होता रहा।
इस क्रम में कतार में आगे बढ़ने के चक्कर में हरियाणा के फरीदाबाद व छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु आपस में भिड़ गए। उनके बीच जमकर हाथापाई हुई। इस क्रम में दो श्रद्धालु घायल हो गए। घायल श्रद्धालुओं में छत्तीसगढ़ के समासमन जिला के छलक मोहल्ला निवासी गौरव गोयल और उनका मित्र भूपेन्द्र कुमार घायल हो गए।
उन्हें इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया। उनका आरोप है कि फरीदाबाद से आए श्रद्धालुओं ने कतार में पीछे से आगे बढ़ने का प्रयास किया। उन्हें रोकने पर उन लोगों ने मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया। घटना की जानकारी मंदिर थाना की पुलिस को दे दी गई है। मंदिर थाना की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
भीड़ बढ़ने से हुई परेशानी
सामान्य कतार में अत्यधिक भीड़ हो गयी। श्रद्धालुओं की कतार बाबा मंदिर से लेकर क्यू कांप्लेक्स तक पहुंच गई । वही शीघ्र दर्शनम की कतार प्रशासनिक भवन से लेकर बाबा मंदिर प्रांगण तक पहुंच गई।
भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जगह-जगह पर पुलिस वालों की तैनाती की गई थी। उसके बावजूद भीड़ इस कदर थी कि श्रद्धालुओं कतार में आगे बढ़ने में परेशानी हो रही थी।
इसके साथ ही श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था। एक व्यक्ति को पूजा करने में लगभग पांच घंटे से अधिक लग रहा था। श्रद्धालुओं ने बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद बाबा मंदिर प्रांगण में अनेक धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न किया।
मंदिर में पुलिस बल की कमी
बाबा मंदिर में पुलिस वालों की कमी साफ दिखाई पड़ रही थी । बाबा मंदिर थाना की क्षमता 165 की है । मगर जब से थाना बना है आज तक क्षमता पूरा नहीं किया जा सका है। वर्तमान में 47 पुलिस कर्मी बाबा मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कार्यरत हैं।
47 में से सात अफसर, चार जमादार, छह दरोगा, 20 जैप के जवान, 10 होमगार्ड शामिल हैं। खास बात यह है कि इसमें से नौ पुलिस अफसर का तबादला भी हो गया है । मगर उनके स्थान पर अभी तक किसी को नहीं प्रतिनियुक्त नहीं किया गया है। ऐसे में भीड़ बढ़ने पर उसे नियंत्रत करने में पुलिस वालों का पसीना छूट जाता है।
बाबा मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही धक्का मुक्की शुरू हो जाती है। जिसे पूजा अर्चना करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है । खासकर महिला, बच्चे व बूढ़े को अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
- मनिका देवी, श्रद्धालु
मंदिर में पूजा अर्चना करने की व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। मंदिर में घुसते ही अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिलता है। कतार में श्रद्धालु एक दूसरे से लड़ाई करने लगते हैं जिसे देखने वाला कोई नहीं है । पूरे कतार में कहीं भी पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई है ।
-अल्पना देवी, श्रद्धालु
श्रद्धालु बाबा की पूजा अर्चना करने के साथ-साथ कई धार्मिक अनुष्ठान भी करते हैं। जिस कारण भीड़ बढ़ती जा रही है। ऐसे में पुलिस कर्मी श्रद्धालुओं को सुलभ जलार्पण करने में असमर्थ दिखाई पड़ रहे हैं। बाबा मंदिर के मंझलाखंड और निकास द्वारा पर ही पुलिस कर्मी दिखाई पड़ते हैं। कहीं और प्रशासन की तैनाती नहीं की गई ।
-दामोदर यादव, श्रद्धालु
बाबाधाम के अलावे कई स्थानों में भी पूजा अर्चना करने के लिए गया हूं। कहीं भी इस तरह अफरातफरी का माहौल नहीं रहता है । शांति से श्रद्धालु दर्शन पूजा करते हैं । मगर यहां पर जब भी आया हूं, अव्यवस्था देखने को मिला है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है ।
-शंकर सिंह, श्रद्धालु
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।