पुलिस ने मुठभेड़ में उत्तम यादव को मार गिराया, जानिए कौन है उत्तम जो पुलिस को खुलेआम दे रहा था चुनौती
दुर्दांत अपराधी उत्तम यादव पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उत्तम बाइक के पीछे बैठा था और उसका साथी मोटरसाइकिल चला रहा था। बगरा मोड़ से जगड़ा जाने के क्रम में उत्तम को संदेह हुआ कि उसका पीछा किया जा रहा है। उसने पिस्टल निकाली और जवानों पर फायरिंग कर दी। जवानों ने बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई की। जिसमें वह मारा गया।

जागरण संवाददाता, चतरा। दुर्दांत अपराधी उत्तम यादव पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। सिमरिया थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय उच्च पथ-22 बगरा-जबड़ा मार्ग पर शनिवार की शाम यह मुठभेड़ हुई।
उत्तम यादव के साथ एक और युवक था। लेकिन मुठभेड़ के बाद उसका अता पता नहीं चल रहा है। सूत्रों का दावा है कि जंगल का लाभ उठाकर दूसरा युवक भागने में सफल रहा।
घटना के बाद बगरा-जबड़ा मार्ग पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इधर घटना स्थल से उत्तर यादव का शव लेकर पुलिस स्थानीय सदर अस्पताल पहुंच चुकी है।
शव को देखने को लेकर अस्पताल में भीड़ उमड़ी हुई है। उत्तम यादव एवं उसका साथी एक मोटरसाइकिल से कहीं जा रहे थे। हजारीबाग एटीएस के कुछ जवान सादी वर्दी में पीछा कर रहे थे।
उत्तम बाइक के पीछे बैठा था और उसका साथी मोटरसाइकिल चला रहा था। बगरा मोड़ से जगड़ा जाने के क्रम में उत्तम को संदेह हुआ कि उसका पीछा किया जा रहा है।
संदेह होने पर उसने जवानों पर कर दी फायरिंग
उसने पिस्टल निकाली और जवानों पर फायरिंग कर दी। जवानों ने बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई की। जिसमें वह मारा गया। दोनों ओर से आठ-दस चक गोलियां चलीं।
उत्तम यादव को तीन गोली लगी है। एक गोली पेट में, दूसरी छाती में तथा तीसरी गोली जांघ में लगी है। वह जिला मुख्यालय स्थित स्थानीय सुरही मोहल्ला का निवासी कन्हाई यादव का पुत्र था।
पिछले कुछ समय से आपराधिक घटनाओं को लेकर चर्चा में था। बदमाशों का एक गिरोह तैयार कर लिया था और रंगदारी वसूल रहा था।
स्वर्ण व्यवसायी की दुकान पर दिन दहाड़े की थी फायरिंग
पिछले 22 जून को हजारीबाग के एक स्वर्ण व्यवसायी की दुकान पर दिन दहाड़े हवाई फायरिंग कर सनसनी फैला दी थी। इसके कुछ दिनों के बाद हाथ में एक-56 लेकर एक वीडियो वायरल किया था।
जिसमें पुलिस को खुली चुनौती देते हुए कोयला व्यवसायियों व ठेकेदारों को धमकी दी। उसी समय से हजारीबाग पुलिस उसके पीछे लगी हुई थी। मौका जैसे ही मिला, मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
टाइगर गिरोह बना हजारीबाग व चतरा में फैला रहा था दहशत
पुलिस को खुली चुनौती देने वाला उत्तम करीब चार महीना पहले एके-47 लेकर हजारीबाग व चतरा के ठेकेदारों व व्यवसायियों से रंगदारी नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने का धमकी देने का वीडियो वायरल कर अचानक से चर्चा में आया गया।
उत्तर यादव अपराधियों एक आपराधिक गिरोह का गठन कर लिया था। जिसका नाम टाइगर ग्रुप दिया था। तीन-चार महीनों में टाइगर ग्रुप ने चतरा व हजारीबाग सहित निकटवर्ती क्षेत्रों में उधम मचाए हुए था।
22 जून को उत्तर यादव अपने एक सहयोग के साथ हजारीबाग के एक प्रतिष्ठित ज्वेलर्स व्यवसायी के दुकान पर दिन दहाड़े फायरिंग कर सभी को सकते में डाल दिया था। बाद में उसने इस घटना की जिम्मेवारी लेते हुए एके-47 वाली वीडियो वायरल किया था।
उसके आतंक से चतरा व हजारीबाग पुलिस सकते में थी। उसकी गिरफ्तारी को लेकर दोनों जिलों की पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। करीब डेढ़ महीना पहले चतरा पुलिस उसके कुछ गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेजी थी। हजारीबाग पुलिस ने भी उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार किया था।
उत्तम यादव रहने वाला भले ही चतरा का था। लेकिन उसने अपना ठिकाना हजारीबाग में बनाए हुआ था। फोन से ही रंगदारी वसूलना और गिरोह का संचालन करता था।
छेड़खानी मामले में जा चुका था जेल
सुरही मोहल्ला निवासी दुर्दांत अपराधी उत्तम यादव करीब चार साल पहले छेड़खानी मामले में जेल गया था। जेल से वापस लौटने के बाद वह एक प्रकार से चतरा छोड़ दिया था।
हजारीबाग में रह कर आपराधिक गिरोह का गठन करने लगा। अपराध से जुड़े युवकों को अपने साथ करता था और फिर बाद में उसे अपना गिरोह का सदस्य बना लेता था।
करीब चार वर्ष पूर्व नगवां मोहल्ला स्थित राजा तालाब के समीप एक लड़की से छेड़छाड़ किया था। जिसका वीडियो वायरल हुआ था।
वायरल वीडियो का सदर थाना पुलिस ने संज्ञान लेते हुए पीड़िता से मिलकर प्राथमिकी दर्ज कराई। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
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