Maiya Samman Yojana: मंईयां सम्मान योजना में 2 नीति अपना रही सरकार? पैसा नहीं मिलने पर उठे सवाल
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि से वंचित लाभुक प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें समुचित जानकारी नहीं मिल पा रही है। इससे उनके चेहरे पर सरकार के प्रति आक्रोश दिखाई दे रहा है। वे सरकार पर दो नीति अपनाने का आरोप लगा रहे हैं। कई महिलाएं और युवतियां प्रखंड कार्यालय पहुंची लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया और उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।

संवाद सहयोगी, गिद्धौर(चतरा)। Jharkhand News: मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान की राशि से वंचित लाभुक प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। कार्यालय खुलने के साथ ही लाभुकों की भीड़ उमड़ रही है। कार्यालय से लाभुकों को समुचित जानकारी नहीं मिल पा रही है।
वैसे में इनके चेहरे पर सरकार के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान की राशि से वंचित लाभुक सरकार पर दो नीति अपनाने का आरोप लगा रहे है। प्रखंड के विभिन्न सुदूर वर्ती गांव से करीब दो दर्जन महिलाएं व युवतियां प्रखंड कार्यालय पहुंचे थे। परंतु इनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया। वैसे में बैरंग लौटना पड़ रहा है।
मंईयां योजना के लाभ से वंचित महिलाएं लगा रही प्रखंड कार्यालय का चक्कर
होली से पहले मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को एक साथ तीन महीने का 7500 रुपये खाता में आया। जिन लाभुक को मोइबाल में मैसेज नहीं आया वे प्रखंड कार्यालय खुलते ही जानकारी लेने पहुंचे। यहां काफी संख्या में महिलाएं प्रखंड कार्यालय स्थित सामाजिक सुरक्षा कार्यालय में सुबह से भीड़ लगी। सभी महिलाएं आधार कार्ड व बैंक खाता लेकर पहुंचीं थीं। बस एक ही जनाना था कि पैसा कब आएगा या नाम कट गया।
यहां ऑपरेटर संतोष तिवारी महिलाओं को जानकारी देने में जुटे थे। झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना की लाभुक महिलाएं मंगलवार को प्रखंड कार्यालय में पहुंचीं। यहां आवश्यक दस्तावेज पूरे होने के बावजूद कई महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया, जिससे योजना से वंचित महिलाओं में आक्रोश व्याप्त था।
प्रखंड कार्यालय में सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं, कई महिलाओं ने कहा पहले कई किस्त राशि की भुगतान भी हुआ है। महिलाओं का आरोप है सरकार की नीति में पारदर्शिता की कमी है। यही कारण है प्रखंड के सैकड़ों महिलाएं मंइयां सम्मान योजना से वंचित हो गई हैं।
वहीं, लाभ से वंचित महिलाओं का कहना है कि सरकार एक ओर महिला सशक्तीकरण की बात करती है, वहीं दूसरी ओर योजनाओं में लाभ देकर फिर वंचित कर दिया जाता है। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को बिना किसी परेशानी के योजना का लाभ दिया जा रहा है
महिलाओं ने कहा कि दस्तावेज में त्रुटि तो सुधार करें, नाम क्यों काट रहे हैंमहिलाओं कहना है कि अगर दस्तावेज में त्रुटि है तो सुधार कर योजना का लाभ यथाशीघ्र दिया जाए। वहीं, नाम कटने वाले लाभुक मायूस नजर आए। उन्होंने कहा कि यहां तो एक नई तरह की परेशानी आ गई है। उनका कहना है कि पहले सरकार ने सभी को लाभ दिया।
लेकिन, अब लाभुक सूची से नाम हटा दिया जा रहा है। यह सरकार को पहले ही तय कर लेना चाहिए। किसे देना है और किसको नहीं देना है। पहले हम योजना का लाभ पाकर खुश थे अब नाम कटने से दुखी हैं।
मंईयां सम्मान योजना में बहुत सारी महिलाओं को नहीं मिल रहा पैसा
इधर, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत 18 वर्ष से 49 वर्ष कुछ महिलाओं को प्रति माह ढाई हजार रुपये दिए जा रहें हैं। होली से पूर्व साढ़े सात हजार रुपये लाभार्थियों के खातों में भेजा गया है, जिन्हें राशि नहीं मिली है वे इसे जानने के लिए प्रखंड कार्यालय में भीड़ है।
दानापुर मंडल के अथमलगोला स्टेशन के स्टेशन मास्टर राणा राजीव कुमार सिन्हा की सूझबूझ से नई दिल्ली हावड़ा दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेन को आग लगने से बचाया गया। ट्रेन के एक व्हील में आग लगने पर उन्होंने तुरंत लाल खतरा संकेत दिखाया और ड्राइवर व गार्ड को सूचित किया, जिससे ट्रेन को रोका जा सका।
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