Chatra News: किशोरी समृद्धि योजना में बड़ी लापरवाही, पांच प्रभारी प्रधानाध्यापकों को शो-काज
किशोरी समृद्धि योजना में अनियमितता के चलते पांच प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जांच में पाया गया कि कई विद्यालयों ने छात्राओं के बैंक खाता नंबर गलत दर्ज कर दिए, जिसके कारण संबंधित छात्राओं को योजना की राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे प्रभारी प्रधानाध्यापकों को स्पष्टीकरण का जवाब देने के लिए अवसर दिया गया है, जिसके बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यह योजना किशोरियों को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।

चतरा में किशोरी समृद्धि योजना के अंतर्गत ई-विद्यावहिनी पोर्टल पर छात्राओं के बैंक खाता नंबरों की गलत प्रविष्टि का मामला सामने आया है।
संवाद सूत्र,चतरा। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के अंतर्गत ई-विद्यावहिनी पोर्टल पर छात्राओं के बैंक खाता नंबरों की गलत प्रविष्टि का मामला सामने आने के बाद शिक्षा अधिकारी हरकत में आ गए हैं।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के पत्रांक 1749 दिनांक 01 नवंबर 2025 के आधार पर जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने संबंधित विद्यालयों से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में किशोरी समृद्धि योजना की पारदर्शिता बनाए रखने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ई-विद्यावहिनी पोर्टल पर विद्यालयों द्वारा छात्राओं का डेटा अपलोड किया जा रहा है।
लेकिन जांच में पाया गया कि कई विद्यालयों ने छात्राओं के बैंक खाता नंबर गलत दर्ज कर दिए, जिसके कारण संबंधित छात्राओं को योजना की राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
इस त्रुटिपूर्ण कार्य में हंटरगंज प्रखंड के पांच विद्यालयों के नाम सामने आए हैं। जिनमें बांका उत्क्रमित उच्च विद्यालय, पिंडली हिंदी उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कसियाडीह उत्क्रमित मध्य विद्यालय, तेतरिया पी.एम. श्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय एवं हंटरगंज कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के नाम शामिल हैं।
इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों से जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जवाब मांगा है कि आखिर किन परिस्थितियों में पात्र छात्राओं के गलत बैंक खाता नंबर प्रविष्ट किए गए।
पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि यदि 24 घंटे के अंदर त्रुटि सुधार कर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया गया तो संबंधित प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा उपायुक्त को भेजी जाएगी।
यह कार्य न केवल वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही पर भी प्रश्न उठाता है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की गलती को दोहराया गया तो संबंधित प्रधानाध्यापक व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह माने जाएंगे।
साथ ही विभाग ने निर्देश दिया है कि खाता विवरण अपलोड करने से पहले उसकी पूर्ण जांच सुनिश्चित की जाए ताकि योजना का लाभ पात्र छात्राओं तक सही समय पर पहुंचे।
संबंधित शिक्षकों को शो-कॉज किया गया है। चौबीस घंटों का समय दिया गया है। गड़बड़ी में सुधार करते हुए संतोषजनक जवाब देंगे तो ठीक है, नहीं तो कार्रवाई होगी।
- दिनेश कुमार मिश्रा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, चतरा।

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