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    Jharkhand Weather Today: झारखंड के 5 जिलों में बारिश का अलर्ट, इन शहरों में शीत लहर का अटैक

    Jharkhand Weather झारखंड में नए साल पर बारिश आपके पिकनिक का मजा किरकिरा कर सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड के 5 जिलों में बारिश के आसार हैं। लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है। वहीं चतरा में कहीं-कहीं बारिश देखने को मिल रही है। रविवार की रात बूंदाबांदी के बाद हवा की गति तेज हो गई और ठंड का असर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया।

    By Julqar Nayan Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Wed, 01 Jan 2025 01:44 PM (IST)
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    झारखंड में बारिश बढ़ाएगी मुसीबत (जागरण फोटो)

    जागरण टीम, रांची,चतरा,बोकारो। Jharkhand Weather News Hindi: झारखंड में नए साल पर बारिश आपके पिकनिक का मजा किरकिरा कर सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड के 5 जिलों में बारिश के आसार हैं। इन जिलों में चतरा, हजारीबाग, पलामू, कोडरमा और रामगढ़ में बारिश के आसार हैं।

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    इन जिलों में बढ़ा शीतलहर का प्रकोप, 10 दिन तक रहेगा प्रभाव

    रांची, बोकारो, पलामू और जमशेदपुर समेत कई जिलों में शीतलहर से ठंड बढ़ गई है। आसमान में बादल छाए हुए हैं। वर्षा की संभावना से इंकार नहीं कर सकते हैं। आने वाले आठ-दस दिनों तक ठंड से निजात नहीं मिल रही है। तापमान में गिरावट आई है। मंगलवार को न्यूनतम पारा 8 डिग्री सेल्सियस था।

    सोमवार को भी यहां न्यूनतम तापमान इसी के आसपास था। शीतलहर का प्रकोप सोमवार से ही है। रविवार की रात बूंदाबांदी के बाद हवा की गति तेज हो गई और ठंड का असर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया। मंगलवार को सुबह से लेकर दोपहर के दो बजे तक आसमान में बादल छाए रहे।

    दोपहर तक नहीं हो रही धूप

     दोपहर के दो बजे के बाद बादल का प्रभाव छटा, लेकिन शीतलहर की गति बरकरार रही। ठंड बढ़ने से गरीब और असहाय परिवारों के लिए रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। मोटिया मजदूरों के लिए तो दोहरा मार है। ठंड के कहर के साथ-साथ उनके समक्ष रोटी की भी समस्या उत्पन्न हो गई है।

    सुबह से लेकर साढे दस बजे बाजार में सन्नाटा पसरा रह रहा है। इधर कोहरे की परत भी गाढ़ी रही। कोहरा और पाला के कारण फसलों के नुकसान की संभावना जताई जा रही है।

    ठंड में बारिश क्यों होती है?

    • वायुमंडलीय दबाव: ठंड के मौसम में वायुमंडलीय दबाव कम होता है, जिससे हवा में नमी की मात्रा बढ़ जाती है। जब यह नमी ठंडी हवा से मिलती है, तो यह बारिश के रूप में जमीन पर गिरती है।
    • हिमालय की बर्फबारी: हिमालय पर्वत श्रृंखला में ठंड के मौसम में बर्फबारी होती है। यह बर्फबारी हवा में नमी की मात्रा बढ़ाती है, जिससे बारिश होती है।
    • वायुमंडलीय चक्रवात: ठंड के मौसम में वायुमंडलीय चक्रवात बनते हैं, जो हवा में नमी की मात्रा बढ़ाते हैं और बारिश का कारण बनते हैं।
    • महासागरों की गर्मी: महासागरों की गर्मी भी ठंड में बारिश का एक कारण हो सकती है। जब महासागरों की गर्म हवा ठंडी हवा से मिलती है, तो यह बारिश के रूप में जमीन पर गिरती है।
    • मौसम पैटर्न: ठंड के मौसम में मौसम पैटर्न भी बारिश का एक कारण हो सकता है। जब मौसम पैटर्न में बदलाव होता है, तो यह बारिश का कारण बन सकता है।