Chatra News: मनरेगा में मजदूर की दिहाड़ी निकली महज 5.88 रुपए, रोजी-रोटी पर पड़ रहा सीधा असर
चतरा में मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी केवल 5.88 रुपए निकली है, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर सीधा असर पड़ रहा है। इतनी कम मजदूरी मिलने से श्रमिकों को अपने परिव ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर
संवाद सूत्र, हंटरगंज (चतरा)। प्रखंड की सलैया पंचायत में मनरेगा योजना के तहत मजदूरी भुगतान में गंभीर अनियमितता सामने आई है। पंचायत के बंडाटांड स्थित चरखी देवी के खेत में संचालित आम बागवानी योजना (योजना संख्या 3417001/2025-26) में काम करने वाले एक मजदूर को प्रतिदिन मात्र 5.88 रुपए की दर से भुगतान किया गया है।
मास्टर रोल संख्या 25372 के अनुसार एक सप्ताह की मजदूरी के एवज में मजदूर के खाते में कुल 35.28 रुपए का भुगतान दर्शाया गया है, जबकि मनरेगा के तहत निर्धारित दैनिक मजदूरी 282.24 रुपए है। मजदूरी भुगतान में इस भारी अंतर से लाभुक मजदूर काफी परेशान हैं।
उनका आरोप है कि रोजगार सेवक और कनीय अभियंता ने जानबूझकर उन्हें परेशान करने की नीयत से इतना कम भुगतान दर्ज किया है। मजदूरों का कहना है कि इस तरह की गड़बड़ी से उनकी रोजी-रोटी पर सीधा असर पड़ रहा है और मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
वहीं, इस मामले में सलैया पंचायत के कनीय अभियंता प्रिंस बक्सी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मनरेगा योजना में उन्हें न तो एक रुपया कम करने और न ही अधिक भुगतान करने का अधिकार है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इतनी कम मजदूरी मास्टर रोल में कैसे दर्ज हुई और इसमें किसकी गलती है, यह जांच का विषय है। उन्होंने लाभुकों को परेशान करने के आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद बताया।
इधर, रोजगार सेवक नरेश दास ने भी मामले से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि इतनी कम राशि कैसे और किसकी गलती से दर्ज हुई, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
फिलहाल, तथ्यों से यह स्पष्ट है कि किसी न किसी स्तर पर हुई चूक या गड़बड़ी के कारण मनरेगा मजदूरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठ रही है।

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