Chatara News: कमाल का विद्यालय, शिक्षक दो बच्चे छह, आप भी देखिए
झारखंड कई विद्यालयों में शिक्षकों का अभाव है। वहीं कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जहां शिक्षक अधिक हैं पढ़ने वाले बच्चे आनुपातिक रूप से बहुत कम। चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड की दंतार पंचायत स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गारा भी इसका एक उदाहरण है। इस विद्यालय में छह बच्चों के लिए दो सहायक अध्यापकों को लगाया गया है।

संवाद सूत्र, हंटरगंज (चतरा)। झारखंड कई विद्यालयों में शिक्षकों का अभाव है। एक ही क्लास में एक से पांच कक्षा तक की पढ़ाई की जा रही है। वहीं कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जहां शिक्षक अधिक हैं बच्चे कम।
चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड की दंतार पंचायत स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गारा भी इसका एक उदाहरण है।इस विद्यालय में शिक्षा विभाग की ओर से दो सहायक अध्यापक को पढ़ाने के लिए लगाया गया है।
लेकिन वहां बच्चों की संख्या मात्र पांच है। केवल पांच बच्चों का भविष्य गढ़ने के लिए विभाग ने दो अध्यापक को लगा रखा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रकाश माथुरी और गजेंद्र यादव ने बताया कि विद्यालय में कुल बीस बच्चों का नामांकन है।
बच्चे नहीं आते हैं, फिर शिक्षक को तो नियमित आना ही है। शिक्षक हाजिरी बनाकर आराम फरमाते हैं। मात्र छह बच्चों को लगातार पढ़ाने में भी असहज महसूस होता है।
लेकिन पांच - छह बच्चा ही स्कूल आता है। कई बार विभाग को लिखित आवेदन देकर नजदीक के विद्यालय, बुनियादी मध्य विद्यालय दंतार में समायोजन करने का आग्रह किया गया।
परंतु विभाग मौन बना है। ऐसी परिस्थिति में विद्यालय का संचालन करना मजबूरी है। मध्याह्न भोजन चलाना सुनिश्चित किया जा रहा है। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी किशोर कुमार पातर ने बताया की विद्यालय बंद करने का आदेश मेरे द्वारा नहीं दिया जा सकता।
लेकिन वरीय अधिकारी को इसकी सूचना दी जाएगी। वरीय अधिकारी के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों की उपयोगिता का ख्याल रखना जरूरी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।