Jharkhand Politics: आजसू को बड़ा झटका, चतरा में कई पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा; सियासी हलचल तेज
चतरा में आजसू को उस समय करारा झटका लगा जब कई प्रमुख पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वाले सदस्यों ने झारखंड आंदोलनकारियों के सपनों को पूरा करने में पार्टी की विफलता का हवाला दिया। उनका कहना है कि स्थानीय युवाओं की भावनाओं का सम्मान नहीं किया गया। साथ ही स्थानीय नीति और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों पर पार्टी की चुप्पी से निराशा हुई।
जागरण संवाददाता, चतरा। चतरा में आजसू पार्टी को बड़ा झटका लगा है। जिले के कई प्रमुख पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा की है। पदाधिकारियों ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों और शहीदों के सपनों को पूरा करने में पार्टी नाकाम रही है।
पार्टी से इस्तीफा देने वालों का कहना है कि जिले में युवाओं की जनभावनाओं का सम्मान नहीं किया गया। वहीं, झारखंड की स्थानीय नीति, नियोजन नीति, पलायन, बेरोजगारी और विस्थापन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर विपक्ष के रूप में आजसू पार्टी की चुप्पी ने उन्हें गहरी निराशा दी।
इस्तीफा देने वालों में कार्यवाहक जिलाध्यक्ष महेश महतो, जिला सचिव धनेश्वर विश्वकर्मा, बुद्धिजीवी मंच जिलाध्यक्ष प्रो. रामदेव पासवान, टंडवा प्रखंड अध्यक्ष जितेंद्र महतो, प्रखंड सचिव रतन साव, मयूरहंड प्रखंड अध्यक्ष सिकंदर कुमार, पंचायत अध्यक्ष प्रदीप तिवारी समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हैं।
महिलाओं ने भी साथ छोड़ा है। जिनमें जयमंती देवी, सुनिता देवी, यशोदा देवी, सरस्वती देवी और गीता देवी समेत कई महिला पदाधिकारी भी शामिल हैं। यह पार्टी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। सभी पदाधिकारियों ने पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व से इस्तीफा स्वीकार करने और उन्हें संगठन से मुक्त करने का अनुरोध किया है।
उनके इस सामूहिक कदम से जिले में पार्टी की पकड़ कमजोर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। महेश महतो ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि आठ साल पहले पार्टी में शामिल हुए थे। उस वक्त संगठन को लेकर ढेर सारे सपने देखते थे। पार्टी सुप्रीमो का टंडवा में भव्य कार्यक्रम हुआ था। जिले में कुछ नेता पार्टी को हाईजैक कर लिया है। शीर्ष नेतृत्व उन्हीं की बातों पर विश्वास करता है।
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