Vedanta के कारोबार विभाजन से बोकारो को मिलेगा औद्योगिक लाभ, इलेक्ट्रोस्टील प्लांट में निवेश और रोजगार की उम्मीद
Electrosteel plant ः वेदांता समूह के कारोबार विभाजन से बोकारो को औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इलेक्ट्रोस्टील प्लांट में निवेश बढ़ने ...और पढ़ें

इलेक्ट्रोस्टील प्लांट बोकारो।
जागरण संवाददाता, बोकारो। Electrosteel plant investmen: वेदांता लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल द्वारा मार्च 2026 तक कंपनी के कारोबार विभाजन की घोषणा को बोकारो के औद्योगिक भविष्य के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। पूरे देश सहित बोकारो स्थित वेदांता के कारोबार को लेकर यह घोषणा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विदित हो कि वेदांता की सहयोगी कंपनी इलेक्ट्रोस्टील प्लांट इस फैसले के बाद और अधिक सशक्त कारोबारी इकाई के रूप में उभर सकती है। कंपनी कि वेदांता के विभिन्न व्यवसायों को अलग कर पांच स्वतंत्र, सूचीबद्ध और क्षेत्र-विशेष पर केंद्रित कंपनियों का गठन किया जाएगा।
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, स्टील कारोबार के स्वतंत्र होने से इलेक्ट्रोस्टील स्टील प्लांट को सीधे निवेश, तकनीकी उन्नयन और विस्तार से जुड़े निर्णय लेने में अधिक स्वतंत्रता मिलेगी। इसका सीधा लाभ बोकारो और आसपास के क्षेत्रों को मिलने की संभावना है।
उत्पादन क्षमता बढ़ने, नई तकनीक अपनाने और डाउनस्ट्रीम यूनिट्स के विकास से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हो सकते हैं। साथ ही, सहायक उद्योगों, परिवहन, ठेका श्रमिकों और सेवा क्षेत्र में भी आर्थिक गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है।
कंपनी के चेयरमैन ने एक मीडिया संस्थान बात करते हुए कहा है कि कारोबार विभाजन से संचालन में पारदर्शिता और फोकस बढ़ेगा तथा प्रत्येक नई कंपनी अपने क्षेत्र में मूल वेदांता के समान मजबूत बनने की क्षमता रखेगी।
यह मॉडल निवेशकों के लिए आकर्षक होगा और पूंजी निवेश को गति देगा। बोकारो, जो पहले से ही झारखंड का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है, वहां इलेक्ट्रोस्टील स्टील प्लांट के विस्तार से राज्य की औद्योगिक अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलने की संभावना जताई जा रही है।
वेदांता का यह रणनीतिक निर्णय न केवल वैश्विक प्रतिस्पर्धा में कंपनी की स्थिति मजबूत करेगा, बल्कि बोकारो को स्टील और मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में नई पहचान भी दिला सकता है।

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