सेलकर्मियों की मृत्यु होने पर आश्रित बच्चों को मिलेगी इलाज की सुविधा, ये शर्त करनी होगी पूरी
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के कर्मचारियों की मृत्यु पर उनके 25 वर्ष तक के आश्रित बच्चों को कंपनी के अस्पताल में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मिलेगी। अन्य अस्पतालों में रेफरल की सुविधा नहीं होगी। साथ ही 4 अक्टूबर की बैठक में रिटायर्ड अधिकारियों को लाइसेंस पर सी-टाइप आवास देने पर सहमति संभावित है जिससे कंपनी का राजस्व बढ़ेगा।

जागरण संवाददाता, बोकारो। स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड सेल में काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को उनके सेवाकाल के दौरान किसी भी कारण से मृत्यु होने पर अब उनके आश्रित बच्चों को कंपनी के अस्पताल में निशुल्क चिकित्सा सेवा का लाभ दिया जाएगा।
इसके हकदार सिर्फ ऐसे आश्रित स्वजन होंगे, जिनकी उम्र 25 वर्ष तक है। इससे उपर के उम्रदराज युवक या युवती इसके पात्र नही होंगे। नई व्यवस्था के तहत उनके माता या पिता के कार्यरत इकाई के संबंधित अस्पताल में ही उनका निशुल्क इलाज किया जाएगा।
इस दौरान उन्हें कंपनी प्रबंधन की ओर से किसी अन्य अस्पताल में उपचार कराने के लिए रेफर की सुविधा प्रदान नही की जाएगी। वर्तमान समय में सेल प्रबंधन बीएसएल सहित अपने सभी इकाई में अपने अधिकारी व कर्मचारियों के मृत्यु के दौरान सिर्फ उनके आश्रित पत्नी को ही कंपनी के अस्पताल में निशुल्क इलाज की सेवा दे रही है, जबकि उनके आश्रित बच्चों को इलाज के लिए निजी अस्पताल के उपर निर्भर होना पड़ता है।
इससे वैसे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है, जिनके परिवार में आय की माध्यम कम तथा खर्च बढ़ गया है। इन मसले पर आगामी 4 अक्टूबर को नई दिल्ली में स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन आफ इंडिया सेफी तथा सेल प्रबंधन के बीच एक अहम वार्ता होने वाली है, जहां प्रस्तावित योजना के मूर्त रूप देने के लिए सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
बैठक में सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश, कंपनी के निदेशक कार्मिक केके सिंह, निदेशक वित्त एके पंडा सहित सेफी के चेयरमैन एके बंछोर, महासचिव संजय आर्या, उपाध्यक्ष एके पाण्डेय सहित अन्य सभी इकाई के निर्वाचित पदाधिकारी शामिल रहेंगे।
सेल अफसरों को मिलेगा लाइसेंस पर सी टाइप आवास
सेल प्रबंधन तथा सेफी के बीच आगामी 4 अक्टूबर को होने वाली बैठक में कंपनी के खाली पड़े आवास को लाइसेंस योजना पर देने पर भी सहमति बनने के पूरे आसार है। वर्तमान समय में बीएसएल सहित कंपनी के सभी इकाई में अधिकारियों को दिए जाने वाले सी टाइप आवास पर बड़े पैमाने पर अवैध कब्जा है।
वहीं कई आवास मरम्मत के अभाव में जर्जर हो रहे है। सेफी की ओर से पूर्व में ही प्रबंधन को यह प्रस्ताव दिया गया था की कंपनी के उच्च श्रेणी के आवास सेल के रिटायर अफसरों को लाइसेंस योजना के तहत दिया जाए।
जिससे आवास की सुरक्षा के साथ कंपनी के राजस्व के राशि में भी इजाफा किया जा सकें। सेफी अपने प्रस्तावित सभी मांगों को लेकर 3 अक्टूबर को अपने सदस्यों के साथ आंतरिक बैठक करेगी।
इसके बाद जो मामला प्रमुख होगा, उसे 4 अक्टूबर की बैठक में सेल प्रबंधन की स्वीकृति के साथ धरातल पर उतारने का प्रयास कराया जाएगा।
सेलकर्मियों की मृत्यु पर उनके आश्रित बच्चों का निशुल्क इलाज 25 वर्ष की उम्र तक किया जाए, साथ ही कंपनी के रिटायर अधिकारियों को लाइसेंस योजना के तहत सी टाइप आवास देने के लिए सेफी के प्रस्तावित योजना पर 4 अक्टूबर की बैठक में प्रबंधन के साथ सहमति बनने के पूरे आसार है। इससे सेवारत तथा पूर्व अधिकारियों के साथ कंपनी प्रबंधन को भी बेहतर लाभ होगा। -अजय कुमार पाण्डेय, वाईस चेयरमैन, सेफी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।