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    Jharkhand: बोकारो में उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई, छापेमारी में एक करोड़ की नकली शराब जब्त; तीन गिरफ्तार

    By Arvind kumar SinghEdited By: Prateek Jain
    Updated: Fri, 03 Mar 2023 11:48 PM (IST)

    Bokaro News उत्पाद विभाग की टीम ने एक करोड़ रुपये की नकली विदेशी शराब को बरामद किया। जरीडीह थाना इलाके के बरमसिया बलरामपुर में मिनी नकली शराब फैक्ट्री को टीम ने पकड़ा। यह फैक्ट्री जमीन के अंदर तहखाने में चल रही थी।

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    बरामद शराब के साथ उत्पाद विभाग की टीम

    जैनामोड़/बोकारो, जागरण टीम: उत्पाद विभाग की टीम ने एक करोड़ रुपये की नकली विदेशी शराब को बरामद किया। जरीडीह थाना इलाके के बरमसिया बलरामपुर में मिनी नकली शराब फैक्ट्री को टीम ने पकड़ा।

    यह फैक्ट्री जमीन के अंदर तहखाने में चल रही थी। मौके से तीन आरोपित भी पकड़े गए। मुख्य धंधेबाज विनोद साव भागने में सफल रहा। दबोचे गए आरोपितों का नाम मनोज साव, धीरज राम और दशरथ रविदास शामिल हैं।

    तीनों आरोपित तुपकाडीह के रहने वाले हैं। धीरज गिरफ्तार दशरथ का भांजा है। उत्पाद निरीक्षक संजीत देव ने बताया कि उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि जरीडीह के बरमसिया बलरामपुर में होली के पहले भारी मात्रा में नकली विदेशी शराब खपाने के लिए तैयार की जा रही है।

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    उनकी अगुवाई में सब इंस्पेक्टर रवि रंजन, त्रिपुरारी कुमार समेत मौके पर पहुंचे। सूचना वाली जगह पर बड़ी चारदीवारी के अंदर टीम पहुंची। यहां चारदीवारी के अंदर कुछ नजर नहीं आ रहा था। एक जगह झाड़ियां दिखीं।

    यहां पर टीम के सदस्य पहुंचे और उसे हटाए तो अंडरग्राउंड तहखाना दिखा। इसके दरवाजे को हटाकर टीम के सदस्य अंदर गए। भीतर दो मंजिला तहखाना में शराब तैयार की जा रही थी। मौके से तीन लोगों को विभाग की टीम ने दबोच लिया।

    छापेमारी के पहले स्थानीय पुलिस के अलावा विभाग ने एसडीओ बेरमो अनंत कुमार से भी मदद मांगी थी, दोनों जगहों पर तुरंत मदद मिली।

    तहखाना में 350 पेटी तैयार शराब के साथ-साथ दो हजार लीटर स्प्रिट, बोतलों में भरने के लिए ड्राम में रखी सौ लीटर तैयार शराब, कैरामेल, एसेंस समेत अन्य सामग्री बरामद हुई। आरोपितों के पास से तीन मोबाइल भी जब्त हुआ है। वाट्सएप चैट को खंगालने से कई बातों का खुलासा हुआ है।

    रात आठ से भोर तीन बजे तक चलता था काम 

    दबोचे गए आरोपितों ने बताया है कि गांव से कुछ दूरी पर यह फैक्ट्री है। यहां शाम सात बजे के बाद कोई आता-जाता नहीं था। तीनों आरोपितों के अलावा अन्य शराब बनाने वाले मजदूरों को एक पिकअप वैन में बैठाकर विनोद साव यहां लाकर छोड़ देता था।

    वे लोग भीतर जाकर शराब तैयार करते थे और तीन बजे के पहले ही वाहनों में भरकर इसे बाहर भेज दिया जाता था। गांव के लोगों के जगने के पहले ही सभी जैनामोड़ स्थित अपने गांव में आ जाते थे।

    छह माह से चल रही थी फैक्ट्री 

    अधिकारियों ने बताया कि वाट्सएप चैट समेत अन्य साक्ष्यों से यह स्पष्ट हो रहा है कि बीते छह माह से यह फैक्ट्री चल रही थी। होली में बोकारो के अलावा आसपास के जिलों में नकली शराब खपाने की तैयारी थी।

    इंस्पेक्टर ने बताया कि मुख्य आरोपित विनोद का बोकारो समेत बिहार के कई जिलों में नकली शराब का कारोबार करने का मामला दर्ज हो चुका है।

    हर स्टेट का लगाते थे लेबल 

    मौके से बरामद शराब की बोतलों में लगे लेबल झारखंड, पश्चिम बंगाल, उतरांचल समेत अन्य स्टेट का लेबल मिला है। इंस्पेक्टर ने बताया कि ऐसा ग्रहकों को झांसा देने के लिए किया जाता था। ग्राहक इससे विश्वास भी करते थे कि शराब नकली नहीं, बल्कि टैक्स चोरी की है।