शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो पहुंचे अपने पैतृक गांव
सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो बुधवार को अपने पैतृक गांव अलारगो पहुंचे। कोरोना संक्रमित होने के एक वर्ष बाद पिछले 21 अक्टूबर को वह अपने गांव आए थे। गांव में उनका जोरदार स्वागत किया गया।

संवाद सहयोगी, भंडारीदह (बेरमो) : सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो बुधवार को अपने पैतृक गांव अलारगो पहुंचे। कोरोना संक्रमित होने के एक वर्ष बाद पिछले 21 अक्टूबर को वह अपने गांव आए थे। गांव में उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने पहले नवनिर्मित शिव-पार्वती मंदिर में माथा टेका। घर के सदस्यों सहित ग्रामीण महिलाओं, बड़े-बुजुर्ग व बच्चों से मिलने के क्रम में वह भावुक हो गए। लगभग डेढ़ घंटे अपने घर में ठहरे। उस दौरान घर में दोपहर का भोजन किया। फिर गांव के समर्थकों व क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिले। संबंधित अधिकारियों से बात कर दर्जनों लोगों की समस्याओं का उन्होंने आन द स्पाट समाधान भी किया। शिक्षा मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। चिता की कोई बात नहीं है, अब अक्सर गांव आते-जाते रहेंगे। मौके पर मंत्री की पत्नी बेबी देवी, पुत्र अखिलेश महतो, भतीजा दिवाकर महतो एवं प्रभाकर महतो सहित समर्थकों में निवर्तमान मुखिया भुनेश्वर महतो, नकुल महतो आदि मौजूद थे ।
-विशुघाट पहाड़ी मार्ग के निर्माण का लिया जायजा : शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो गांव से भंडारीदह लौटने के क्रम में भंडारीदह- विशुघाट पहाड़ी पर तीन करोड़ 58 लाख 60 हजार रुपये की लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने इस पहाड़ी मार्ग में अधिक सुलभ आवागमन को लेकर मिट्टी कटिग कर ढलान कम कराने व मार्ग में गोलाई कम कर उसे यथासंभव सीधा कराने का आग्रह किया।
-इस क्षेत्र को तीन आवासीय विद्यालय की सौगात : शिक्षा मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि इस क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए बाहर नहीं जाने देंगे। तीन आवासीय विद्यालय की सौगात दे रहे हैं। जल्द ही इस क्षेत्र में नेतरहाट की तर्ज पर आवासीय विद्यालय बनेगा। लहिया ग्राम में पिछड़ा वर्ग आवासीय विद्यालय व नर्रा में बालिका आवासीय महाविद्यालय का निर्माण कराया जाएगा।
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