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    अचानक बोकारो पहुंची दिल्ली स्पेशल सेल और झारखंड ATS, खंगाला ISIS संदिग्ध का ठिकाना

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 10:38 AM (IST)

    दिल्ली स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस की टीम ने पेटरवार के उत्तासारा गांव में संदिग्ध आतंकी अशहर दानिश के मामले में जांच की। टीम ने दानिश के घर और उस दुकान का निरीक्षण किया जहाँ से उसने पोटेशियम नाइट्रेट खरीदा था। दुकान मालिक मनोज महतो ने बताया कि दानिश ने 2024 में उनकी दुकान से पोटेशियम नाइट्रेट खरीदा था।

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    अशहर दानिश को लेकर दिल्ली स्पेशल सेल की टीम पहुंची उत्तासारा

    संवाद सहयोगी, पेटरवार। पेटरवार प्रखंड स्थित उत्तासारा गांव में संदिग्ध आतंकी अशहर दानिश को लेकर दिल्ली स्पेशल सेल व झारखंड एटीएस की टीम पहुंची। टीम ने जांच के दौरान उसके घर को देखा । इसके बाद उस दुकान का दौरा किया, जहां से दानिश ने पोटेशियम नाइट्रेट खरीदा था।

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    स्पेशल सेल की टीम दानिश को साथ लेकर महतो बीज भंडार नामक दुकान पर पहुंची और दुकान मालिक से पूछताछ की। बीज भंडार के मालिक मनोज महतो ने बताया कि वर्ष 2024 में दानिश ने उनके दुकान से करीब चार से पांच किलो पोटेशियम नाइट्रेट खरीदा था।

    उन्होंने कहा कि उस समय छह से सात लोग दुकान पर पहुंचे थे और पूछताछ की थी। पोटेशियम नाइट्रेट सामान्य रूप से खेती-बाड़ी में उपयोग किया जाता है। मनोज महतो ने यह भी बताया कि दिल्ली टीम के साथ गाड़ी में एक व्यक्ति बैठा था जिसका चेहरा ढका हुआ था।

    उल्लेखनीय है कि दानिश पहले इसी उत्तासारा गांव, पेटरवार में रहा करता था। जांच पूरी करने के बाद दिल्ली टीम दानिश को लेकर वापस लौट गई। जानकारी हो कि संदिग्ध आतंकी अशहर दानिश की गिरफ्तारी रांची से हुई थी।

    उसे दिल्ली पुलिस ने आईएसआईएस से जुड़ाव और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के संदेह में गिरफ्तार किया था। इसी कड़ी में देश भर से कुल छह आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी। उसी आधार पर दानिश को भी पकड़ा गया।

    दिल्ली स्पेशल सेल ने मोहनडीह स्थित एक रिश्तेदार को नोटिस भेजा है। जो कि दानिश से बात किया करता था। पूरी कार्रवाई के दौरान बोकारो पुलिस से दिल्ली टीम ने पूरी गोपनीयता बरती।

    टीम के अधिकारियों का कहना है कि यह जांच दानिश के नेटवर्क और उसकी संभावित गतिविधियों की गहराई से पड़ताल करने के लिए की जा रही है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर उसके पुराने संपर्कों और ठिकानों की भी पहचान करने की कोशिश की जा रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही रोका जा सके।