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    लोकसभा चुनाव में झारखंड में कांग्रेस को क्यों मिली हार? पार्टी कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों ने खोल दिए राज

    Updated: Sun, 07 Jul 2024 04:08 PM (IST)

    लोकसभा चुनाव तो खत्म हो चुके हैं लेकिन झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखें भी नजदीक आने लगी है। ऐसे में चुनाव से पहले कांग्रेस सतर्क है और लोकसभा चुनाव में हार का कारण पता करने को लेकर समीक्षा बैठक की है। इस दौरान लोकसभा चुनाव में मिली हार का कई कारण सामने आया है जिसपर गहन चर्चा हुई है।

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    शनिवार को बोकारो परिसदन में कांग्रेस नेताओं की आयोजित बैठक। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, बोकारो। बोकारो और चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र स्तरीय धनबाद लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक बोकारो परिसदन में कांग्रेस के झारखंड चुनाव परिणाम समीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू की अध्यक्षता में हुई।

    समीक्षा समिति के अध्यक्ष ने उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से धनबाद लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार पर चर्चा की। इस पर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने इसका ठिकरा गठबंधन दल के नेताओं पर फोड़ा।

    बैठक में क्या हुई चर्चा

    उन्होंने कहा कि उन्होंने भितरघात किया है। चुनाव कार्य में बोकारो से अधिक बेरमो के लोगों को लगाने की बात सामने आई। कहा गया कि यहां के कार्यकर्ता बेरमो से आने वाले लोगों को पहचानते तक नहीं थे। शहर में बूथ कमेटी नहीं बनी थी। चुनावी खर्च में किसी तरह की कमी नहीं हुई, लेकिन दिशाविहीन पैसे खर्च हुआ है।

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    कई कार्यकर्ताओं ने कहा कि बोकारो में पार्टी के बड़े पदाधिकारी रहते हैं पर उनके बूथ पर भी कम वोट मिले हैं। बोकारो जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष पर भी आरोप लगाया।

    कई कार्यकर्ताओं ने क्या लगाया आरोप

    कई कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जिलाध्यक्ष को पूछा तक नहीं गया है। कांग्रेस का एससी-एसटी वोटर प्रमुख हैं, लेकिन एससी-एसटी पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं को नहीं पूछा गया।

    अध्यक्ष प्रदीप कुमार बालमुचू ने कहा कि बोकारो जिला कमेटी की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने सभी शिकायत दूर कर पार्टी के लिए काम करने को कहा।

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