बोकारो के लाल गोल्डी मिश्रा ने आयरलैंड में बिखेरी प्रतिभा की चमक, यूथ वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियनशिप में जीता पदक
आयरलैंड में तीन से नौ जुलाई तक यूथ वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। बोकारो के चंदनकियारी के तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने भारतीय टीम की ओर से शानदार प्रदर्शन के आधार पर टीम स्पर्द्धा में कांस्य पदक हासिल किया है। कठिन परिश्रम व जीवन में जीतने के जज्बे से गोल्डी ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी मंजिल की राह में एक और कदम आगे बढ़ाया है।

जागरण संवाददाता, बोकारो: आयरलैंड में तीन से नौ जुलाई तक यूथ वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है। बोकारो के चंदनकियारी के तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने भारतीय टीम की ओर से शानदार प्रदर्शन के आधार पर टीम स्पर्द्धा में कांस्य पदक हासिल किया है।
गोल्डी टाटा तीरंदाजी एकेडमी में प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। इन्होंने प्रारंभिक प्रशिक्षण चंदनकियारी डे बोर्डिंग तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षक महेंद्र करमाली की देखरेख में प्राप्त किया। कठिन परिश्रम व जीवन में जीतने के जज्बे से गोल्डी ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी मंजिल की राह में एक और कदम आगे बढ़ाया है।
कठिन परिश्रम से गोल्डी के हौसले ने भरी उड़ान
चंदनकियारी निवासी गोल्डी मिश्रा के पिता दुलाल मिश्रा जेसीबी चालक हैं। इनकी आय कम है, इसलिए वह अपने बेटे को तीरंदाजी के लिए बेहतर सुविधा और संसाधन उपलब्ध नहीं करा सकते थे।
ऐसे में गोल्डी ने चंदनकियारी डे बोर्डिंग तीरंदाजी केंद्र में प्रशिक्षक महेंद्र करमाली की देखरेख में तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरु किया। इसके अलावा घर के समीप मैदान में एक लकड़ी में बोरा बांध कर तीर से निशाना साधता था।
राज्य स्तरीय स्वर्ण जीतने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा
कड़ी मेहनत व लगन से गोल्डी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इन्होंने 2021 में महाराष्ट्र में हुए सब जूनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक जीता।
2021 में ही जमशेदपुर, झारखंड में आयोजित सीनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में एक स्वर्ण व एक रजत पदक एवं 2022 में जम्मू-कश्मीर में सीनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में तीन रजत पदक हासिल किया।
2022 में नेशनल गेम्स तीरंदाजी प्रतियोगिता में जीता था स्वर्ण
2022 में गुजरात में नेशनल गेम्स की तीरंदाजी प्रतियोगिता में इन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन्हें सम्मानित किया। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए मेडल जीतना चाहते हैं। लेकिन इनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का तीर-धनुष नहीं था।
खेल विभाग झारखंड ने इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का तीर-धनुष उपलब्ध कराया। वहीं टाटा तीरंदाजी एकेडमी इनकी प्रतिभा तराश रही है। गोल्डी ने अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत कर बोकारो का मान बढ़ाया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।