Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आइएनएस उदयगिरी और सूरत को बनाने में लगा बोकारो स्टील का लोहा

    आइएनएस उदयगिरी और सूरत को बनाने में लगा बोकारो स्टील का लोहा।

    By JagranEdited By: Updated: Tue, 17 May 2022 10:54 PM (IST)
    Hero Image
    आइएनएस उदयगिरी और सूरत को बनाने में लगा बोकारो स्टील का लोहा

    आइएनएस उदयगिरी और सूरत को बनाने में लगा बोकारो स्टील का लोहा

    जागरण संवाददाता , बोकारो: स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने भारत के स्वदेशी नौसेना युद्धपोतों आइएनएस उदयगिरी और आइएनएस सूरत के लिए 4300 टन विशेष स्टील की आपूर्ति की है। सेल द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले स्टील में डीएमआर 249-ए ग्रेड प्लेट्स और एचआर शीट्स शामिल हैं। स्टील की पूरी मात्रा सेल के बोकारो, भिलाई और राउरकेला स्टील प्लांट से आपूर्ति की गई है। इसमें से बोकारो स्टील ने लगभग ढाई हजार एमटी इस्पात की स्पलाई की है। यह आत्मनिर्भर भारत मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देने और आयात को कम करने की दिशा में बड़ा प्रयास है। सेल ने इससे पहले भी आईएनएस विक्रांत, आइएनएस कमोर्टा सहित भारत की विभिन्न रक्षा परियोजनाओं के लिए विशेष गुणवत्ता वाले स्टील की आपूर्ति की है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इन दोनों युद्धपोत का मुंबई में अनावरण किया। बीएसएल ने 2000 टन डीएमआर 249ए ग्रेड स्टील आइएनएस उदयगिरी और आइएनएस सूरत के लिए 170 टन डीएमआर 249ए ग्रेड स्टील की आपूर्ति की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विशेष श्रेणी का इस्पात है डीएमआर 249 ए : बोकारो सहित सेल के विभिन्न उपक्रमों में बनने वाला 249 ए विशेष श्रेणी का इस्पात है।

    डीएमआर 249 ए कई विशेषताओं से लैस डीएमआर 249 ए श्रेणी का स्टील है। जो जितना कठोर है उतना लचीला भी। शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस कम ताप पर भी 80 जूल की ताकत का प्रहार सह सकता है। इस फौलाद में मैगनीज, कार्बन और सल्फर की मात्रा कम करके निकल की मात्रा बढ़ाई गई। साथ ही वेनेडियम, नियोबियम, मोलिब्डेनम, क्रोमियम जैसे तत्व मिलाए गए। इसकी प्लेट बनाकर हीट ट्रीटमेंट दिया गया। महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसका वजन कम होता है, जो किसी भी विमानवाहक पोत के लिए जरूरी है। वर्ष 1999 में भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन ने सेल को 249 ए स्टील बनाने का प्रस्ताव दिया। 2002 में सेल के अभियंताओं ने इसे कड़ी मेहनत कर तैयार कर लिया। राउरकेला व भिलाई में इसका उत्पादन शुरू हुआ। 2009 में आइएएनएस विक्रांत के लिए इसका आर्डर बोकारो स्टील को दिया गया। 2012 में बीएसएल ने डीएमआर 249 ए श्रेणी के इस्पात की आपूíत कर दी। 2013 में बीएसएल के इस्पात से बने आइएनएस विक्रांत सहित अन्य युद्धपोत के लिए बोकारो स्टील विशेष श्रेणी के इस्पात का उत्पादन कर रहा है।