मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने वाली इन महिलाओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, DC तक पहुंची शिकायत
कसमार प्रखंड में मंईयां सम्मान योजना में अयोग्य महिलाओं द्वारा लाभ उठाने की शिकायत बोकारो उपायुक्त तक पहुंची है। दैनिक जागरण की खबर और आरटीआई से मिली जानकारी के बाद धनंजय जायसवाल ने उपायुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में कहा गया है कि कई जेएसएलपीएस कर्मी और आउटसोर्सिंग कर्मचारी अवैध रूप से इस योजना का लाभ उठा रही हैं।

विकास गोस्वामी, कसमार। कसमार प्रखंड में अवैध तरीके से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रही अयोग्य महिलाओं की शिकायत बोकारो उपायुक्त तक पहुंच गई है।
27 मई को दैनिक जागरण मे छपी खबर शीर्षक 'कसमार प्रखंड मे अयोग्य महिलाओं उठा रही मंईयां सम्मान योजना की राशि की खबर' और आरटीआई से मिली सूचना मे अयोग्य महिलाओं द्वारा राशि उठाने का खुलासा होने के बाद इसकी शिकायत बोकारो डीसी से की गई है।
कसमार प्रखंड के गररी निवासी व झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के केंद्रीय कमेटी सदस्य धनंजय जायसवाल ने बोकारो उपायुक्त को लिखित शिकायत करते हुए कसमार प्रखंड के अलग-अलग पंचायतों में अवैध तरीके से अयोग्य महिलाओ द्वारा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने वाली लाभुकों पर कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने बोकारो उपायुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि कसमार प्रखंड में राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना मंईयां सम्मान योजना में काफी गड़बड़ी बरती गई है।
प्रखंड में सैकड़ों अयोग्य महिलाएं जो इस योजना की पात्रता नहीं रखती है, वैसी महिलाएं प्रखंड में मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा रही हैं। इसमे सबसे अधिक लाभ झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की महिला कर्मी उठा रही हैं।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग में काम करने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। अभी तक कसमार प्रखंड प्रशासन द्वारा मात्र 305 अयोग्य महिलाओं को चिह्नित करके नाम हटाया गया है। जबकि प्रखंड के अलग-अलग पंचायत में अभी भी सैकड़ों की संख्या में अयोग्य महिला लाभुकों द्वारा इस योजना का लाभ ले रही है।
इसमें ऐसी महिलाएं भी शामिल है जो विभिन्न पदों में रहकर मंईयांं सम्मान योजना की राशि उठा रही है। आंदोलनकारी धनंजय जायसवाल ने बताया कि फिलहाल जिन अयोग्य महिलाओं की शिकायत की गई है, उसमें जेएसएलपीएस के अधीन काम करने वाली जेंडर सीआरपी शीतल देवी, साजन देवी, लक्ष्मी देवी, प्रमिला देवी, संपा मुखर्जी, निर्मला देवी व आउटसोर्सिंग कर्मी संजू देवी शामिल है। इसके अलावा अन्य सैकड़ों महिलाओं की जांच करते हुए कारवाई की मांग की गई है।
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