Jharkhand Weather Today: बर्फीली हवाओं ने झारखंड में फैलाई सर्दी की लहर, पारा जमीन पर
Jharkhand Weather Today: पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण बोकारो में ठंड बढ़ गई है। मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है, जिससे लोग ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बोकारो। Jharkhand Weather Today: मौसम में रोजाना बदलाव देखने को मिल रहा है। जिससे बोकारो में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। तापमान में गिरावट होने से आमजनों की परेशानी बढ़ने लगी है। ठंड बढ़ने के साथ गलन का असर भी बढ़ने लगा है।
सर्द हवाएं शीतलहर जैसे महसूस हो रही हैं। सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ने से लोगों को तेज ठंड का अहसास हो रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26.0 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। शाम के बाद कनकनी बढ़ने लगती है और लोग अपने घरों में सिमटकर रह जाते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। इससे ठंड के साथ गलन का असर भी बढ़ेगा। सुबह-शाम सर्द हवाएं शीतलहर का अहसास कराएंगी। शुक्रवार को सुबह से करीब 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से शीतलहर जैसी हवाएं चली।
सूर्यदेव के दर्शन होने के बाद लोगों को कोई विशेष राहत नहीं मिल रही है। शाम ढलने के साथ ही ठंड और बढ़ जा रही है। इसके साथ ही ठिठुरन महसूस हो रही है।
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा एनपी सिंह के अनुसार शीतलहर में पूरे शरीर को ढकना बहुत जरूरी है। पैर, हाथों को गर्म कपड़ों से ढकें। सुबह गुनगुने पानी से नहाएं। स्कूली बच्चों का विशेष ध्यान रखें। ठंड में लापरवाही से परेशानी हो सकती है।
ठंड से बचने के उपाय
सर्दियों में कपड़े: सुबह और शाम पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें।
गरम पानी का सेवन: दिनभर गुनगुना गरम पानी पीएं।
फ्रिज का सामान: फ्रिज में रखा पानी या खाना बिल्कुल न लें।
बाहर का खाना-पीना: बाहर का कुछ न खाएं-पीएं।
धूल और गंदगी से बचाव: धूल और गंदगी से दूर रहें।
सुबह की सैर: ठंड बहुत कम होने पर ही सुबह टहलने जाएं।
पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठंड : पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर जारी है। इसका असर मैदानी इलाकों में भी पड़ रहा है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते ठंड में बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले दिनों में सर्दी और गलन बढ़ने के साथ ही हल्के कोहरे के आसार हैं। जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड की सामना करना पड़ेगा।
ठंड में बच्चे होते हैं अधिक शिकार : सर्दी आते ही सबसे पहले बच्चे ही उसके गिरफ्त में आते हैं। बच्चों में कोल्ड डायरिया, निमोनिया, हाथ -पैर की अंगुलियों में सूजन, डायरिया, निमोनिया, हाथ -पैर की अंगुलियों में सूजन, डायरिया सहित हाइपोथर्मिया आदि बीमारियों का खतरा रहता है।
सर्दी जुकाम और बुखार आम तौर पर इस मौसम में होता है लेकिन लापरवाही से यह गंभीर रूप ले सकता है। चिकित्सक के अनुसार सर्दी के मौसम में इन बीमारियों से समुचित खानपान और सावधानी से बचा जा सकता है। सुबह और शाम के समय में बच्चों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। बाहर खेलने जाने वाले बच्चों पर विशेष निगरानी रखनी चाहिए।

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