Digital Arrest: सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है... कहकर टेलीकाम अफसर बन ठगों ने 73 वर्षीय बुजुर्ग से ठगे 11 लाख रुपये
Cyber Crime: बोकारो में एक दुखद घटना घटी, जहां साइबर अपराधियों ने एक वृद्ध व्यक्ति को डिजिटल गिरफ्तारी का डर दिखाकर 11 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने पीड़ित को डिजिटल रूप से गिरफ्तार होने का झांसा दिया, जिससे वह डर गया। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

साइबर अपराधियों ने बुजुर्ग से की ठगी।
जागरण संवाददाता, बोकारो। चास के चीरा स्थित वास्तु विहार निवासी 73 वर्षीय अमरनाथ झा से साइबर अपराधियों ने 11 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर बोकारो साइबर थाना की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
अमरनाथ झा ने पुलिस को बताया कि 4 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच साइबर अपराधियों ने उन्हें झांसे में लेकर यह रकम ऐंठ ली। चार अक्टूबर की दोपहर करीब दो बजे उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया।
कुछ देर बाद दूसरे नंबर से वीडियो काल कर खुद को टेलीकाम कंपनी का अधिकारी बताया गया। कालर ने दावा किया कि उनके नाम पर एक नया सिम कार्ड जारी हुआ है, जिसका इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में हो रहा है।
इसके बाद ठगों ने वीडियो काल पर उनसे मिलता-जुलता आधार कार्ड दिखाया और कहा कि इसी पहचान पत्र के आधार पर सिम निकाला गया है।
आरोपियों ने डराने के लिए कहा कि इस सिम से मनी लांड्रिंग और ड्रग्स तस्करी जैसे गंभीर मामलों में सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है। हाजिर नहीं होने और गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें 11 लाख रुपये जमा करने को कहा गया।
ठगों की बातों में आकर अमरनाथ झा ने 22 अक्टूबर को चीरा चास स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा से आरटीजीएस के माध्यम से 11 लाख रुपये एक एक्सिस बैंक खाते में भेज दिए। रकम ट्रांसफर करने के कुछ समय बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ।
इसके बाद उन्होंने तत्काल नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ठगों के मोबाइल नंबर और बैंक खाते के आधार पर सुराग जुटाने में जुटी है।

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