पिता वकील, मां टीचर और बेटा पैन इंडिया टेरर मॉड्यूल का मुखिया निकला, पेटरवार में सदमे में परिवार
दिल्ली पुलिस ने झारखंड एटीएस और रांची पुलिस के साथ मिलकर रांची से ISIS के संदिग्ध आतंकी अशरफ दानिश को गिरफ्तार किया है। बोकारो के रहने वाले दानिश के पिता वकील और मां शिक्षिका हैं। परिवार दानिश की आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता से स्तब्ध है। पुलिस के मुताबिक दानिश एक पाक हैंडलर आधारित पैन इंडिया मॉड्यूल का मुखिया है।

जागरण संवाददाता, बोकारो। राजधानी रांची के लॉज से जिस संदिग्ध आतंकी अशहर उर्फ अशरफ दानिश को गिरफ्तार किया गया, वह एक पाक हैंडलर आधारित पैन इंडिया टेरर मॉड्यूल का मुखिया निकला। बुधवार को दिल्ली पुलिस, झारखंड एटीएस और रांची पुलिस की टीम ने मिलकर उसे पकड़ा था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार दानिश का कोड नाम सीईओ है और वह इस आतंकी समूह का 'गजवा लीडर' था। दानिश बोकारो जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र के उत्तासारा गांव का रहने वाला है। दानिश की गिरफ्तारी से पूरा परिवार सदमे में है। उसके पिता मजहर जानी तेनुघाट कोर्ट में वकालत करते हैं।
जानी पहले वे कव्वाल थे। दानिश की मां एक शिक्षिका हैं। बहन पटना में एलएलबी की पढ़ाई कर रही है और छोटा भाई हजारीबाग में अमीन की पढ़ाई कर रहा है। यह परिवार अपनी शिक्षा और प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है। इस घर से आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन का कोई करीबी निकलेगा, गांववालों को विश्वास नहीं हो रहा।
शिक्षित परिवार का बेटा, आतंक की राह पर
गांव के लोगों ने बताया कि दानिश रांची में पढ़ाई कर रहा था। हाल ही में वह ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अपने घर आया था और दो दिन बाद वापस रांची चला गया। वह कुछ वर्षों से गांव में कम ही आता-जाता था। उसकी शुरुआती पढ़ाई पेटरवार के एक पब्लिक स्कूल में हुई थी। स्नातक के बाद वह एमए और पीएचडी करने के लिए रांची गया था और जेआरएफ की तैयारी भी कर रहा था। पेटरवार के बुंडू मस्जिद नीचे टोला में दानिश का घर है।
पिता को यकीन नहीं, बोले- 'पढ़ाई में व्यस्त रहता था'
बेटे की गिरफ्तारी की खबर सुनकर पिता मजहर जानी ने कहा कि वह इस खबर से स्तब्ध हैं। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि उनका बेटा आतंकी गतिविधियों में शामिल था। उन्होंने बताया कि दानिश हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहता था और सामान्य जीवन जीता था। अब वह रांची पुलिस से संपर्क करके मामले की सच्चाई जानने का इंतजार कर रहे हैं।
धनबाद से पकड़ी गई थी शबनम परवीन
अशरफ दानिश की गिरफ्तारी से पहले, धनबाद के वासेपुर क्षेत्र से भी आतंकी संगठनों से जुड़े पांच संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें शबनम परवीन नाम की एक महिला भी शामिल थी, जो मुस्लिम युवाओं को धार्मिक कट्टरता के नाम पर बहकाती थी। शबनम कैंप लगाकर युवाओं को अलकायदा के झारखंड मॉड्यूल से जोड़ने का काम करती थी। गोविंदपुर की रहने वाली शबनम ने अमन सोसाइटी के आयान जावेद से प्रेम विवाह किया था।
वह अपने ससुराल में न रहकर शमशेर नगर में एक किराए के मकान में रहती थी, जहां एटीएस को यह जानकारी मिली थी कि वह बच्चों को धार्मिक कट्टरता का पाठ पढ़ाती है। अप्रैल में एटीएस ने गुलफाम हसन, आयान जावेद, शहजाद आलम और शबनम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद, मई में अम्मार याशर को भी गिरफ्तार किया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।