वाह भाई वाह! माता वैष्णो देवी की यात्रा... और कश्मीर की सैर भी, श्रीनगर जाने वाली दोनों वंदे भारत फुल
कटड़ा रेलवे स्टेशन से पहली वंदे भारत श्रीनगर के लिए रवाना हुई जिससे यात्रियों में उत्साह था। माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आए श्रद्धालु और अन्य यात्री खुश थे। प्रधानमंत्री ने इस सेवा का उद्घाटन किया जिससे कटड़ा और श्रीनगर के बीच यात्रा सुगम हो गई है। ट्रेन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे और यात्रियों ने इसे आरामदायक और सुरक्षित बताया।

राकेश शर्मा, कटड़ा। Train To Kashmir: मात्र तीन घंटे में कश्मीर... कटड़ा रेलवे स्टेशन से शनिवार सुबह पहली वंदे भारत पर सवार होकर श्रीनगर (Vande Bharat in Srinagar) रवाना हो रहे यात्रियों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। कोई विंडो सीट मिलने पर वादियों के नजारे देखने को लेकर उत्सुक था, तो कोई नई वंदे भारत की चमक-धमक देखकर प्रभावित था।
पहले दिन वंदे भारत पर सफर करने वालों में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालु, जम्मू से गर्मियों की छुट्टियां बिताने जाने वाले लोग, कर्मचारी और विद्यार्थी भी शामिल थे। सभी के लिए कश्मीर के लिए रेल यात्रा किसी सपने के पूरा होने के समान थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुक्रवार को कश्मीर के लिए पहली वंदे भारत को झंडी दिखाए जाने के बाद शनिवार को कटड़ा से श्रीनगर और श्रीनगर से कटड़ा के बीच वंदे भारत के संचालन का पहला दिन था। इस रूट पर दो वंदे भारत शुरू की गई हैं।
शनिवार सुबह 8:10 बजे और दोपहर 2:55 बजे श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा से श्रीनगर के लिए रवाना हुई दोनों वंदे भारत पूरी तरह से फुल थीं। दोनों ट्रेन की बात करें तो इसमें करीब 70 प्रतिशत यात्री विभिन्न राज्यों और लगभग 30 प्रतिशत जम्मू-कश्मीर के निवासी थे।
इनमें कई कर्मचारी थे, जो कश्मीर में नौकरी करते हैं, कुछ घूमने जा रहे थे। इसी तरह कश्मीर के कई विद्यार्थी भी थे, जो अपने घरों की ओर जा रहे थे। वहीं, श्रीनगर से कटड़ा पहुंची वंदे भारत ट्रेन करीब 60 से 70 प्रतिशत ही फुल थी।
वहीं, रेलवे विभाग के अनुसार, कश्मीर जाने वाली वंदे भारत में अग्रिम बुकिंग चल रही है। इस ट्रेन में आरपीएफ के सुरक्षा कर्मी भी तैनात हैं और ट्रेन पर चढ़ने से पहले सभी यात्रियों की सुरक्षा जांच की जा रही है।
दर्शन कर अब सुपर संडे मनाने कश्मीर जा रहे
बनारस-काशी से माता वैष्णो देवी की यात्रा के लिए आए श्रद्धालु जितेंद्र सिंह, विनीता सिंह और अशीन ने बताया कि पहले हमने कटड़ा पहुंचकर यात्रा की और शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र को रेल सेवा का उद्घाटन करते देखा।
तभी मन में ख्याल आया कि क्यों न मां वैष्णो देवी की यात्रा के साथ कश्मीर की सैर की जाए। हमने तुरंत वंदे भारत की टिकट ली और अब कश्मीर की वादियों की सैर करने जा रहे हैं। यह हमारे लिए किसी सपने से काम नहीं है। 'सुपर संडे' मनाने कश्मीर जा रहे हैं।
अब न रास्ता बंद होने की परेशानी, न लंबे जाम की चिंता
अपने बच्चों के साथ वंदे भारत पर सवार हो रहे जम्मू के त्रिकुटा नगर के निवासी सुनील ने कहा कि पहले शनिवार-रविवार को हम पत्नीटाप व अन्य स्थलों पर घूमने जाते थे, अब वंदे भारत रेल सेवा शुरू हो गई है, इसलिए कश्मीर जा रहे हैं।
पहले जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर इतना लंबा सफर कर कश्मीर जाना पड़ता था। कई बार रास्ता बंद तो कभी लंबा जाम रहता था। अब दोनों से छुटकारा मिलेगा। हम मात्र तीन घंटे में कश्मीर पहुंच जाएंगे। चार-पांच दिन कश्मीर की वादियों की सैर करेंगे, उसके बाद जम्मू लौट आएंगे।
आरामदायक और सुरक्षित है यात्रा
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नालॉजी (एनआईएफटी) का पेपर देने मथुरा से अपने भाई अर्जुन के साथ कटड़ा में वंदे भारत रेल में सवार नंदिनी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब बिना किसी देरी व परेशानी के वह श्रीनगर पहुंच जाएगी। यह रेल सेवा आरामदायक ही नहीं बल्कि सुरक्षित भी है और पता भी नहीं चलेगा कि कब हम श्रीनगर पहुंच गए। यह रेल सेवा वाकई माल है।
यह रेल जीवन रेखा से कम नहीं
जम्मू के कुंजवानी क्षेत्र की 10 वर्षीय नन्ही जैकलीन ने मुस्कुराते हुए कहा कि वह इस प्यारी सी ट्रेन में अपने पापा बलजीत सिंह के साथ कश्मीर की सैर करने जा रही है। इससे पहले जैकलीन ने ट्रेन के भीतर अपने पापा से साथ तस्वीर भी खिंचवाई।
बलजीत ने बताया कि बच्ची की जिद थी और शनिवार-रविवार की छुट्टी भी, तो सोचा कि चलो जैकलीन को वंदे भारत में बैठकर कश्मीर की सैर कई जाए। बलजीत ने कहा कि देश भर से कश्मीर की सैर करने वाले यात्रियों के साथ ही जम्मू संभाग के लोगों के लिए यह रेल जीवन रेखा से कम नहीं है, जो बिना किसी विलंब के सुरक्षित कश्मीर की सैर करवाएगी।
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