ऊधमपुर में यात्रियों का इंतजार खत्म, 9 दिन बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे फिर खुला
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 9 दिन बाद आंशिक रूप से बहाल हो गया है। ऊधमपुर के थरड़ में एनएचएआई ने अस्थाई मार्ग बनाया। छोटे वाहन और आवश्यक सामग्री के ट्रक घाटी की ओर रवाना किए गए। सड़क की ऊपरी सतह मजबूत है पर मिट्टी गीली होने से धंस रही है। एनएचएआई मरम्मत कार्य कर रहा है और जल्द ही यातायात सामान्य होने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। जम्मू-कश्मीर की जीवनरेखा कहे जाने वाले जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर आखिरकार नौ दिन बाद फिर से रौनक लौट आई। उधमपुर के थरड़ में क्षतिग्रस्त हिस्से पर एनएचएआई ने अस्थायी मार्ग तैयार कर हाईवे को आंशिक रूप से बहाल कर दिया।
हाईवे खुलते ही यात्रियों और व्यापारियों ने राहत की सांस ली। सुबह साढ़े नौ बजे से जखैनी से घाटी की ओर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू की गई, जिसके बाद ताजे फल-सब्जियों और अन्य जरूरी सामग्री से भरे ट्रकों को भी धीरे-धीरे आगे बढ़ने की अनुमति दी गई।
हाईवे खुलने की खबर से जहां दोनों ओर फंसे यात्रियों के चेहरों पर मुस्कान लौटी, वहीं जाम के कारण लंबी कतारों की स्थिति भी बनी रही। रात आठ बजे तक करीब दो हजार से अधिक वाहन थरड़ के प्रभावित हिस्से को पार कर चुके थे।
हालांकि सड़क की ऊपरी सतह सूखी व मजबूत दिख रही है, लेकिन नीचे की मिट्टी अभी भी गीली है। लगातार गुजर रहे भारी वाहनों से बीच-बीच में सड़क धंसने लगती है, जिससे गड्ढे बन रहे हैं। ऐसे में कई वाहन फंसते भी रहे, जिन्हें जेसीबी मशीनों की मदद से बाहर निकाला गया।
एनएचएआई के मजदूर व कर्मचारी टीम मौके पर लगातार भराई और मरम्मत का काम कर रही है। मजदूर सड़क पर गिरे हिस्सों को पत्थर, बजरी और डब्लूएमएम डालकर मजबूत बना रहे हैं, वहीं जेसीबी और रोलर से सड़क को वाहनों के लायक बनाए रखा जा रहा है।
फिलहाल घाटी की ओर सिर्फ छोटे यात्री वाहन, एंबुलेंस, फ्रेश सप्लाई और लाइव स्टाक ले जाने वाले ट्रकों को ही जाने दिया जा रहा है। बड़े ट्रकों को कुछ और दिन इंतजार करना पड़ सकता है।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर शुभम के अनुसार सड़क के नीचे की मिट्टी अभी पूरी तरह से सूखी नहीं है। कुछ दिनों की धूप और मरम्मत कार्य से यह समस्या खत्म हो जाएगी, जिसके बाद यातायात सामान्य होने की उम्मीद है।
वहीं डीएसपी ट्रैफिक जितेंद्र सिंह ने बताया कि मध्यरात्रि के बाद थरड़ में रास्ता बन कर तैयार हो गया था। जिसके बाद सुबह अनुमति मिलते ही 9.30 वाहनों को घाटी की तरफ रवाना किया गया। हाईवे पर अभी केवल छोटे यात्री वाहनों को जाने की अनुमति है, इसके अलावा, लाइव स्टाक, फ्रेश और जरूरी चीजें ले जाने वाले ट्रकों को छोड़ा गया है। बड़े वाहनों को आगे जाने की अनुमति नहीं है।
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