ऊधमपुर नगर परिषद अध्यक्ष डा. जोगेश्वर का इस्तीफा नामंजूर, मंडलायुक्त और स्थानीय निकाय निदेशक पहुंचे ऊधमपुर
अपने इस्तीफे की वजह उन्होंने शीर्ष नौकरशाही सांसद व मंत्री को बताने पर भी समस्याओं का समाधान न होना बताया है। वहीं नप उपाध्यक्ष सुरिंद्र सिंह खालसा ने अभी तक अध्यक्ष का इस्तीफा नहीं मिलने की बात कही है।

ऊधमपुर, जागरण संवाददाता : ऊधमपुर नगर परिषद के अध्यक्ष डा. जोगेश्वर गुप्ता ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे की वजह उन्होंने शीर्ष नौकरशाह, सांसद व मंत्री को बताने पर भी समस्याओं का समाधान न होना बताया है। डा. जोगेश्वर के इस्तीफे से प्रशासनिक महकमे और भाजपा में खलबली मच गई। उनके इस्तीफे को तत्काल नामंजूर किया गया और प्रशासन के अधिकारियों ने डा. जोगेश्वर से फोन पर बात की है। इतना ही नहीं मंडलायुक्त और निदेशक स्थानीय निकाय तुरंत ऊधमपुर पहुंच कर स्थिति को संभालने में जुट गए।
मडलायुक्त ने डा. जोगेश्वर गुप्ता सहित पार्षदों की मौजूदगी में जल शक्ति, यूईईडी व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ की बैठक की। इस दौरान पानी, कचरे और सिवरेज को लेकर परेशानियां हल करने के लिए कई अहम फैसले लिए जाने की बात चल रही है। दरअसल, ऊधमपुर में इन दिनों पानी और शहर के कचरे का निस्तारण गंभीर समस्या बन चुकी है।
डा. जोगेश्वर गुप्ता द्वारा नगर परिषद उपाध्यक्ष सुरिंद्र सिंह खालसा को भेजे गए इस्तीफे पर 13 जुलाई की तारीख अंकित है। इस्तीफे की प्रतियां स्थानीय निकाय विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी/कमिश्नर, डीसी ऊधमपुर, स्थानीय निकाय जम्मू निदेशक के साथ नगर परिषद ऊधमपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी भेजी गई हैं। अपने त्यागपत्र में डा. जोग्श्वर ने लिखा है कि उधमपुर शहर में पानी की भारी किल्लत, ठोस कचरा प्रबंधन और सिवरेज के काम को लेकर सार्वजनिक समस्याओं के प्रति शीर्ष नौकरशाही का रवैया उदासीन है। ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर सुई पंचायत की जनता के साथ झूठा वादा किया गया।
शहर में सीवरेज पाइप लाइन बिछाना का काम अनुबंद समझौते के मुताबिक और समय न करने तथा खोदाई के बाद सड़कों और गलियों को ठीक न करने की वजह से सड़कों की हालत बदहाल है। जन कल्याण के इस मुद्दों को उधमपुर के दौरे पर आने के दौरान सलाहकारों, डिवीजन कमिश्नर जम्मू, केंद्रीय राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह व आउटरीच कार्यक्रमों के तहत ऊधमपुर आने वाले केंद्रीय मंत्रियों को अवगत कराया गया। मगर ऊधमपुर की जनता और सुई वासियों को पेश आ रही परेशानियों को हल करने के लिए अभी तक कुछ भी ठोस नहीं किया गया है। उन्होंने लिखा कि झूठे आश्वासनों के अलावा उक्त समस्याओं का निकट भविष्य में हल होने की कोई उम्मीद न होने के कारण वह मजबूरन नप अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
नप उपाध्यक्ष ने कहा था अभी नहीं मिला है त्यागपत्र : नगर परिषद उपाध्यक्ष सुरिंद्र सिंह खालसा ने पहले कहा कि नप अध्यक्ष का इस्तीफा अभी तक उनको नहीं मिला है। वह कार्यक्रमों में व्यवस्ता के चलते वह आज अभी तक कार्यालय नहीं गए हैं। जैसे ही इस्तीफा उनको मिलेगा, पार्टी के सभी पार्षदों और पार्टी हाई कमान के साथ चर्चा कर फैसला लिया जाएगा। वहीं डा. जोगेश्वर के इस्तीफे पर विरोधियों ने उनको घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व विधायक एवं आप नेता बलवंत सिंह मनकोटिया ने डा. जोगेश्वर गुप्ता पर साढ़े तीन वर्ष तक सत्ता सुख भोगने और शहर की सड़कों, पानी और सफाई व्यवस्था की तबाही के बाद जवाबदेही से बचने के लिए इस्तीफा देने का आरोप लगाया है।
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