किश्तवाड़ में बादल फटने से उधमपुर में मातम, मृतकों की संख्या बढ़ी; कई अभी भी लापता
किश्तवाड़ के चशोती में बादल फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है जिसमें उधमपुर जिले के 11 लोग शामिल हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और कई लोग अभी भी लापता हैं। मृतकों की पहचान कर ली गई है और उनके परिवारों से संपर्क किया जा रहा है। जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान कर रहा है। लापता लोगों की तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : किश्तवाड़ जिले के चशोती में 14 अगस्त को बादल फटने से हुई त्रासदी में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
सोमवार को राहत एवं बचाव अभियान के दौरान तीन और शव मिलने के साथ मृतकों की संख्या 67 हो गई है। वहीं के बाद उधमपुर जिले के मृतकों की संख्या 11 तक पहुंच गई है। वहीं, कई लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश तेज की गई है।
शवों की पहचान पूर्व सैनिक रमेश चंद्र निवासी दंदयाल, पुलखो देवी निवासी उधमपुर और एक अन्य रमेश कुमार पुत्र अमर चंद निवासी उधमपुर के रूप में हुई है।
दंदयाल निवासी मृतक के परिवार के साथ संपर्क किया गया है, जबकि दो अन्य मृतकों के स्जवनों से अब तक संपर्क नहीं हो पाया है, जिन तक प्रशासन लगातार पहुंच बनाने का प्रयास कर रहा है। तीनों शव अभी किश्तवाड़ में रखे गए हैं और परिवारों के साथ संपर्क होने के बाद ही शव उधमपुर लाए जाएंगे।
इससे पहले रविवार तक उधमपुर जिले के आठ मृतकों के शव बरामद होकर परिजनों को सौंप दिए गए थे। तीन शव मिलने के बाद उधमपुर के रहने वाले मरने वालों की कुल संख्या 11 हो गई है। त्रासदी में अभी भी उधमपुर जिले की कई महिलाएं और बच्चे लापता हैं।
इनमें जखैनी की मां-बेटी तारो देवी और रुबी देवी, रामनगर की अंजली देवी, उधमपुर के चंद कोठी इलाके के राकेश कुमार और उनकी पत्नी अंजना देवी और अनमोल शर्मा पुत्र शाम लाल की तलाश जारी है।
राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी टीमें मलबे में दबे और गुमशुदा लोगों की तलाश में लगातार जुटी हैं। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता और त्वरित संपर्क का आश्वासन दिया है।
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