इस साल छह माह में 46 लाख श्रद्धालु पहुंचे मां के दरबार
वैष्णो माता के भक्तों के जोश और उत्साह का अंदाजा आंकड़ों से लगाया जा सकता है। जून माह में प्रतिदिन 40000 से 45000 के बीच श्रद्धालु वैष्णो माता के पवित् ...और पढ़ें

राकेश शर्मा, कटड़ा
कोरोना महामारी थमने के बाद इस वर्ष वैष्णो माता के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। साल के प्रारंभिक छह महीने में करीब 46 लाख श्रद्धालुओं ने वैष्णो माता के दरबार में हाजिरी लगाई। पिछले साल 2021 में जनवरी से जून तक 20 लाख श्रद्धालु भी वैष्णो माता का दर्शन करने नहीं पहुंचे थे। हालांकि फिर से देश में संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। इसकी वजह यह है कि देश में ज्यादातर लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीके लगवा लिए हैं। दर्शन करने वालों के लिए श्राइन बोर्ड ने भी अभी किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया हुआ है।
वैष्णो माता के भक्तों के जोश और उत्साह का अंदाजा आंकड़ों से लगाया जा सकता है। जून माह में प्रतिदिन 40000 से 45000 के बीच श्रद्धालु वैष्णो माता के पवित्र पंडियों के दर्शन करते रहे। कटड़ा से लेकर माता के भवन देशभर से आए श्रद्धालुओं से गुलजार रहा। इस वर्ष जनवरी से जून अंत तक छह माह में कुल 45 लाख 96 हजार 453 श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगा चुके हैं। इसी छह महीने में बीते वर्ष 2021 में मात्र 18 लाख 88 हजार 188 श्रद्धालु ही दर्शन करने पहुंचे थे।
अमरनाथ यात्रा और बरसात शुरू हो जाने के बाद जुलाई में दर्शन करने वाले माता के भक्तों की संख्या में थोड़ी सी गिरावट आई है। मौजूदा समय में प्रतिदिन 28 से 33 हजार के करीब श्रद्धालु रोज पहुंच रहे हैं। बढ़ते संक्रमण के बीच श्रद्धालु मास्क लगाकर यात्रा कर रहे हैं। शारीरिक दूरी भी हरसंभव बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। उमस भरी गर्मी में भी श्रद्धालुओं का जोश बरकरार है। इस साल श्रद्धालुओं के उत्साह से कटड़ा के कारोबारी भी खुश हैं। दो साल तक उन्हें भारी मंदी झेलनी पड़ी। इस साल उनका कारोबार पटरी पर लौटा है। ज्यादातर समय बाधित रही हेलीकाप्टर सेवा बरसात के दिनों में वैष्णो माता के श्रद्धालुओं के लिए कटड़ा से सांझी छत के बीच चलने वाली हेलीकाप्टर सेवा और बैटरी कार मार्ग पर यातायात बाधित होता है। बीते सप्ताह भर से बहुत कम समय ही हेलीकाप्टर सेवा का लाभ श्रद्धालुओं को मिल सका। मां वैष्णो देवी के त्रिकूट पर्वत पर बादलों का जमघट लगा रहता है। मंगलवार को भी दिनभर बादल छाए रहने से श्रद्धालुओं को हेलीकाप्टर सेवा का इंतजार करना पड़ा। भक्तों को मजबूरन पैदल या फिर घोड़ा, पिट्ठू अथवा पालकी आदी का सहारा लेना पड़ा। हालांकि बैटरी कार सेवा और वैष्णो देवी भवन से भैरव घाटी के मध्य चलने वाली रोपवे सेवा बहाल रही। चार जुलाई सोमवार को करीब 28 हजार श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। जबकि 5 जुलाई मंगलवार दोपहर बाद तीन बजे तक 19 हजार श्रद्धालु मां वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना हो चुके थे और श्रद्धालुओं का लगातार आना जारी था। इस साल किस महीने कितने श्रद्धालुओं आए माह श्रद्धालुओं की संख्या
जनवरी 438521
फरवरी 361074
मार्च 778669
अप्रैल 902192
मई 986766
जून 11292311

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