रियासी में बिजली, पानी के लिए प्रदर्शन
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संवाद सहयोगी, रियासी : पहले तो महंगाई के मामले में कई नए कीर्तिमान स्थापित होने के बाद अब बिजली कटौती के साथ ही पानी की घोर तंगी का भी नया कीर्तिमान स्थापित होता दिख रहा है। रियासी में बिजली की भारी कटौती से अंधकार व गर्मी से बेहाल और काम धंधा प्रभावित होने के साथ ही पानी की घोर किल्लत से सूखे कंठ लिए आम लोगों में सरकार के साथ-साथ उन जनप्रतिनिधियों पर भी गुस्सा भड़कने लगा है जो बिजली व पानी के इस घोर संकट में आम लोगों के बीच नहीं दिख रहे। इन सबको लेकर बुधवार को लोगों ने रियासी में बिजली विभाग के कार्यालय के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन किया, जिसमें आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल रहे।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले लगभग एक माह से की जा रही बिजली की भारी कटौती पहले कभी नहीं देखी। मौजूदा समय में कई कक्षाओं की फाइनल परीक्षा चल रही है, लेकिन बिजली न होने से शाम के बाद विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे। दिन हो या रात लोगों का नींद चैन उड़ गया है। छोटे बच्चे तो बिलखते रहते हैं, जबकि बिजली के जरिए काम करने वालों का धंधा भी चौपट हो गया है। बिजली कटौती की वजह से पानी की सप्लाई भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इस समय लोगों के साथ ही उनके माल मवेशियों के लिए पेयजल तक के लाले पड़ गए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अफसोस इस बात का भी है कि बिजली, पानी के लिए मचे त्राहिमाम के इस समय वह जनप्रतिनिधि नहीं दिख रहे जिन्हें लोगों ने वोट देकर कुर्सी पर बिठाया था। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस, नेकां व पीडीपी के साथ ही विशेषकर भाजपा के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि कहां हैं भाजपा के वे नेता और कार्यकर्ता जो सत्ता में आने से पहले जरा सी बात पर सड़कों पर उतर आते थे। बिजली कटौती को लेकर अन्य जगहों पर लोगों ने फिर भी आवाज उठाई, लेकिन रियासी में अन्य राजनीतिक दलों के अलावा उस सत्ताधारी पार्टी के लोग भी नहीं दिख रहे जो प्रदेश में मुफ्त बिजली देने की बयानबाजी करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सलाल डैम रियासी में होने के बावजूद यहां बिजली न मिलना चिराग तले अंधेरे वाली कहावत चरितार्थ करता है। प्रदर्शनकारियों में शामिल मोहम्मद अफजल बानी और वैभव आदि ने कहा कि सरकार अतिशीघ्र इस समस्या का समाधान करे, अन्यथा गर्मी के तेवर तल्ख होने पर बिना बिजली व पानी के इंसान व माल मवेशियों की सांसें उखड़ने लगेंगी।
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