उधमपुर में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए पटवारी और चौकीदार, एंटी करप्शन ब्यूरो ने किया गिरफ्तार
उधमपुर के मजालता में एंटी करप्शन ब्यूरो ने पटवारी और चौकीदार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई राजस्व रिकॉर्ड में ...और पढ़ें

उधमपुर में रिश्वतखोर पटवारी और चौकीदार रंगे हाथों गिरफ्तार। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, उधमपुर। मजालता इलाके में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पटवारी और चौकीदार को 10 हजार की रिश्वत लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस शिकायत के बाद की गई, जिसमें दोनों पर राजस्व रिकॉर्ड में नाम सुधारने के लिए पैसों की मांग करने का आरोप लगाया था।
एसीबी में की शिकायत के शिकायतकर्ता ने बताया कि वह राजस्व रिकॉर्ड में अपने नाम में संशोधन करवाना चाहता था। मगर मजालता तहसील की थलोड़ा पटवार हलका के पटवारी गंद्धर्व सिंह सिंह और चौकीदार कुलदीप कुमार ने इस काम के बदले उससे दस हजार रुपये की मांग की। शिकायतकर्ता रिश्वत देने के पक्ष में नहीं था। जिसके चलते उसने इस मामले की शिकायत एसीबी को की।
इस शिकायत के मिलने पर एसीबी ने पहले सारे मामले की पुष्टि के लिए गुप्त जांच की। इस जांच के दौरान यह साबित हुआ कि रिश्वत की मांगने के आरोप सही है। जिसके बाद एसीबी ने एफआईआर नंबर 03/2025 में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और बीएनएस की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया।
जिसके बाद डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में ट्रैप टीम गठित की गई। इस टीम ने योजना के तहत दोनों आरोपितों को शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते मौके पर रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने पूरी कार्रवाई स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में की और रिश्वत के रूप में दी गई रकम को मौके से बरामद कर लिया।
पटवारी और चौकीदारी की गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने आरोपित पटवारी के खून, मजालता स्थित आवास पर पहुंच कर वाहं भी तलाशी ली और यह सारी कार्रवाई एसीबी ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में की गई। एसीबी ने बताया कि दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और आगे की जांच प्रक्रिया जारी है। इस कार्रवाई को क्षेत्र में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

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