माता वैष्णो देवी धाम पर अचानक धुंध छाने से रुकी हेलीकॉप्टर सर्विस, भूस्खलन के बाद कैसे तय हो रही यात्रा
श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर मौसम की मार के बावजूद श्रद्धालुओं की अटूट आस्था बनी हुई है। हेलीकॉप्टर सेवा कुछ समय के लिए बाधित रही लेकिन बाद में सुचारू हो गई। श्राइन बोर्ड द्वारा मार्ग को सुव्यवस्थित रखने और सफाई का विशेष ध्यान रखने से यात्रा में कोई बाधा नहीं आई। श्रद्धालुओं से मौसम की जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर निर्भर रहने की अपील की गई है।

संवाद सहयोगी, कटड़ा। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को शुक्रवार की सुबह मौसम ने कुछ राहत प्रदान की। हेलीकॉप्टर सेवाएं लगभग पांच घंटे तक सुचारू रहीं। आसमान साफ रहने के कारण श्रद्धालुओं को भवन तक पहुंचने में विशेष सुविधा मिली।
हालांकि, दोपहर बाद त्रिकूट पर्वत पर अचानक घनी धुंध छा गई, जिसके चलते हेलीकीप्टर सेवाओं को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा। यह सेवा बाधित होने के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई।
माता रानी के जयकारों के बीच श्रद्धालु हिमकोटी मार्ग और पारंपरिक मार्ग से भवन की ओर बढ़ते रहे। सभी मार्ग खुले और सुरक्षित रहे। प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने साफ-सफाई और मार्ग व्यवस्था को दुरुस्त रखा, जिससे यात्रा में कोई व्यवधान नहीं आया।
शुक्रवार को श्राइन बोर्ड ने बाण गंगा क्षेत्र में भूस्खलित क्षेत्र से मलबा हटाने का कार्य जारी रखा। श्रद्धालुओं के लिए पारंपरिक मार्ग को पूरी तरह से सुचारु कर दिया गया है।
वर्तमान में श्रद्धालुओं की माँ वैष्णो देवी यात्रा परेशानी-मुक्त बनी हुई है। बीते वीरवार को लगभग 18,753 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जबकि शुक्रवार को 16,000 श्रद्धालु आरएफआईडी कार्ड के माध्यम से पंजीकरण करवा चुके थे। श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम और यात्रा से जुड़ी अद्यतन जानकारी के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
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