Maa Vaishno Devi: नवरात्र में श्रद्धालुओं ने बनाया रिकॉर्ड, घोड़े-पिट्ठू वाले कमाकर हुए लाल; कितनी पहुंची संख्या?
माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) की यात्रा पर भूस्खलन और भारी बारिश का असर दिखा जिससे नवरात्र में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आई। इस बार केवल 1.79 लाख श्रद्धालु ही दर्शन कर पाए जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 4 लाख से ज्यादा था। दुर्गा नवमी पर यात्रा में थोड़ी वृद्धि हुई लेकिन कुल मिलाकर श्रद्धालुओं की संख्या कम रही।

राकेश शर्मा, कटड़ा। 26 अगस्त को माता वैष्णो देवी भवन (Mata Vaishno Devi Yatra) मार्ग पर आद्कुंवारी मंदिर क्षेत्र में हुए भूस्खलन के साथ ही देश के अन्य राज्यों में भारी बारिश व बाढ़ का असर मां वैष्णो देवी की यात्रा पर बुरी तरह पड़ा है। पिछले पांच वर्षों में पहली बार हुआ है कि शारदीय नवरात्र के दौरान दो लाख से भी कम श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के भवन पहुंचे हैं।
इस बार नवरात्र के दौरान 1.79 लाख श्रद्धालु ही मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi) के दरबार में पहुंचे। वर्ष 2024 के शारदीय नवरात्र के दौरान 4,04,605 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए थे, लेकिन इस बार नवरात्र में तमाम प्रयासों के बावजूद श्रद्धालुओं का आंकड़ा 2 लाख की संख्या को भी पार नहीं कर पाया।
हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद से इतने श्रद्धालुओं के पहुंचने से घोड़े-पिट्ठू वाले काफी खुश नजर आ रहे हैं। काफी समय से काम नहीं चल रहा था लेकिन नवरात्र की वजह से इनकी कमाई में इजाफा हुआ है।
बता दें कि नवरात्र में 40000 से 45000 के मध्य श्रद्धालु रोजाना मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंचते थे, लेकिन इस बार रोजाना 16,000 से 20,000 के मध्य श्रद्धालु मां के दरबार पहुंचे। हालांकि, दुर्गा नवमी यानी शनिवार को यात्रा का आंकड़ा 30,000 को पार कर गया पर इसके बावजूद यात्रा के आंकडे में गिरावट दर्ज होती रही।
भवन से लेकर कटड़ा तक भंडारे पवित्र दुर्गा नवमी पर मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi Yatra) भवन परिसर में सुबह आयोजित हुई दिव्य आरती के बाद मुख्य पुजारी के साथ ही अन्य पुजारियों और पंडितों ने कन्या पूजन किया और इसके बाद भवन परिसर में भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ ही श्राइन बोर्ड के अधिकारियों तथा कर्मचारियों तथा दुकानदारों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ कमाया।
वही, मां वैष्णो देवी मार्ग पर चरण पादुका मंदिर क्षेत्र, प्रथम पड़ाव धार्मिक भूमिका मंदिर तथा कटड़ा में जगह-जगह भंडारों का आयोजन हुआ, जिसमें नगर वासियों सहित श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण ग्रहण किया। भंडारे सुबह से लेकर देर शाम तक चलते रहे। पवित्र नदियों में विसर्जित की साख। बुधवार को दुर्गा नमवी पर लोगों ने सुबह मंदिरों का रुख किया और पूजा अर्चना की।
साथ ही अपने-अपने घरों में कन्या पूजन कर आशीर्वाद पाया और घरों में स्थापित पवित्र साख को पवित्र बाण गंगा नदी के साथ ही भूमिका मंदिर नदी आदि में श्रद्धा भाव के साथ विसर्जित किया और मां वैष्णो देवी से सुख शांति की कामना की। इस अवसर पर जलस्रोतों पर साख विसर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही है। सुख- शांति के साथ संपन्न नवरात्र पवित्र नवरात्र बिना किसी बाधा के श्रद्धा के साथ संपन्न हुए।
मां वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के साथ ही अन्य इंतजाम श्राइन बोर्ड के साथ ही प्रशासन द्वारा किए गए थे। नवरात्रि संपन्न होने के बाद श्राइन बोर्ड के साथ ही प्रशासन ने राहत की सांस ली है। मां वैष्णो देवी की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह लगातार बना रहा। मौसम भी लगातार खुशगबार बना हुआ है।
बुधवार को मौसम पल-पल बदलता रहा और रात में बुधवार तड़के श्रद्धालुओं को बीच बीच में हल्की बारिश का सामना करना पड़ा। श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधाएं लगातार मिलती रही। इनमें हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार सेवा, रोपवे केबल कार सेवा के साथ ही घोड़ा, पिट्ठू, पालकी आदि की सेवाएं शामिल हैं।
नवरात्र में पहुंचे श्रद्धालु
दिन- श्रद्धालु
22 सितंबर- 13,600
23 सितंबर- 12,589
24 सितंबर- 14,526
25 सितंबर- 13,643
26 सितंबर- 17,665
27 सितंबर- 30,210
28 सितंबर- 22,902
29 सितंबर- 17,819
30 सितंबर- 16,535
एक अक्तूबर- 10,200
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।