मां वैष्णो देवी में रुक नहीं रहा भूस्खलन, अब इस जगह पर हुआ लैंडस्लाइड; पत्थर और मलबे से भरा यात्रा मार्ग
कटड़ा में खराब मौसम और बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा (Vaishno Devi Landslide) फिर बाधित हो गई है। भूस्खलन से सांझी छत क्षेत्र में मार्ग अवरुद्ध हो गया जिससे श्रद्धालु निराश हैं। मलबा हटाने का काम जारी है। 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया।

राकेश शर्मा, कटड़ा। बदले मौसम और लगातार हो बारिश ने वैष्णो देवी यात्रा के शुरू होने से पहले ही यात्रा मार्ग को एक बार फिर अवरुद्ध कर दिया। शनिवार रातभर हुई भारी बारिश के कारण मां वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग पर सांझी छत क्षेत्र में भूस्खलन होने से पत्थर और मलबा मार्ग पर आ गया है।
इसके चलते रविवार से मां वैष्णो देवी की यात्रा शुरू नहीं होने से श्रद्धालु मायूस नजर आए। दिनभर यात्रा के प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी पर श्रद्धालु बैठे रहे। मार्ग से मलबा हटाने के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है। इस कार्य में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारी जुटे हुए हैं।
वहीं, आद्कुंवारी मंदिर क्षेत्र में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में अपनी जान गंवाने वाले 34 श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए श्राइन बोर्ड की ओर से विशेष अनुष्ठान किया गया। श्राइन बोर्ड ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि रविवार से मां वैष्णो देवी की यात्रा सुचारु कर दी जाएगी, लेकिन शनिवार रात में हुई भारी बारिश ने इस योजना को विफल कर दिया।
20वें दिन भी मां वैष्णो देवी की यात्रा स्थगित रही। अगर मौसम साफ रहा तो 16 सितंबर को पवित्र संक्रांति पर्व के अवसर पर मां वैष्णो देवी की यात्रा सुचारु हो सकती है। बताया जा रहा है कि श्राइन बोर्ड नए ताराकोट मार्ग से यात्रा शुरू कर सकता है। क्योंकि पारंपरिक मार्ग पर बारिश के कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है।
मौसम में सुधार के बाद पारंपरिक मार्ग से यात्रा शुरू करने में कुछ दिन लग सकते हैं। दिनभर दर्शनी ड्योढ़ी पर बैठे श्रद्धालु मां वैष्णो देवी की यात्रा की अनुमति की मांग करते रहे। पुलिस और श्राइन बोर्ड के अधिकारी श्रद्धालुओं को समझाते रहे कि मौसम खराब है और भूस्खलन के कारण यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती। यात्रा के प्रवेश द्वार पर करीब 300 श्रद्धालु मौजूद रहे। इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे।
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