सूना पड़ा कटड़ा, श्रद्धालुओं की राह देख रहे घोड़े-पिट्ठू वाले; वैष्णो देवी की यात्रा शुरू होने के बाद क्यों है ऐसी स्थिति?
त्योहारों के मौसम में कटड़ा में श्रद्धालुओं की कमी से वीरानी छाई है। बाजार सुनसान हैं और मजदूर यात्रियों का इंतजार कर रहे हैं। दीपावली के बाद यात्रा बढ़ने की उम्मीद है। वर्तमान में यात्रा सुचारू है, श्रद्धालु बिना परेशानी पंजीकरण करवा रहे हैं। माँ वैष्णो देवी के दर्शन के बाद श्रद्धालु भैरव घाटी जा रहे हैं। 12 अक्टूबर को 12,500 और 13 अक्टूबर को 7,600 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
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वैष्णो देवी की यात्रा शुरू होने के बाद क्यों है ऐसी स्थिति? फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, कटड़ा। त्योहारों के सीजन को लेकर मां वैष्णो देवी भवन के साथ ही आधार शिविर कटड़ा में वीरांगनी छाई हुई है। क्योंकि बड़ी कम संख्या में श्रद्धालु वर्तमान में मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे हैं। जिसके कारण एक और जहां कटड़ा के बाजार सूने-सूने नजर आ रहे हैं तो दूसरी और भवन मार्ग पर घोड़ा, पिट्टू तथा पालकी आदि के रूप में कार्य करने वाले मजदूर भी श्रद्धालुओं का इंतजार करते नजर आ रहे हैं।
हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि दीपावली पर्व के बाद मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी होगी जिसे हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है। वर्तमान में मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है और सभी तरह की सुविधाएं लगातार उपलब्ध हो रही हैं।
एक और जहां श्रद्धालु आधार शिविर कटड़ा में बिना किसी इंतजार के अपना पंजीकरण करवा कर आरएफआईडी यात्रा कार्ड प्राप्त कर भवन की ओर रवाना हो रही है तो वही भवन पर मां वैष्णो देवी के दिव्य दर्शन पूरी श्रद्धा के साथ कर रहे हैं।
मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के उपरांत भवन पर रोपवे केबल कार में सवार होकर भैरव घाटी पहुंचकर बाबा भैरवनाथ के चरणों में हाजिरी लगा रहे हैं और अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी कर रहे हैं । सोमवार को दिनभर मौसम साफ रहा और धूप खिली रही हालांकि ठंडी हवाएं लगातार चलती रही।
वर्तमान में जारी हल्की ठंड के बीच श्रद्धालु हल्के गर्म कपड़े पहन लगातार अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे हैं। बीते 12 अक्टूबर को 12500 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी तो वहीं 13 अक्टूबर यानी कि सोमवार देर शाम 6:00 तक 7600 श्रद्धालु पंजीकरण करवरकर भवन की ओर रवाना हो चुके थे और इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं का आना जारी है।
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