जम्मू-कश्मीर: जरड़ी के जंगलों में लगी भीषण आग, हर साल होती है ऐसी घटनाएं; क्या है कारण?
रियासी-पौनी मार्ग पर जरडी क्षेत्र के जंगल में भीषण आग लग गई जिससे वन संपदा को काफी नुकसान हुआ। वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हैं। हर साल जागरूकता के बावजूद आग की घटनाएँ हो रही हैं जिसके पीछे शरारती तत्वों का हाथ बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

संवाद सहयोगी, पौनी। रियासी-पौनी मार्ग के कस्बे के जरडी क्षेत्र में वन विभाग के मुख्य गेट के पास ही भीषण आग लगी हुई थी। आग इतनी तेज थी कि करीब 2 से 3 किलोमीटर क्षेत्र में जंगल जलकर राख बन रहा है। आग की लपटों में धू-धू कर जलते जंगलों में वन संपदा को काफी नुकसान पहुंच रहा है। वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने के लिए जंगलों में पहुंच चुके हैं।
प्रत्येक वर्ष क्षेत्र की पहाड़ियां और जंगलों पर भीषण आग लग जाती है, जिसे रोकने के लिए वन विभाग की तरफ से लोगों को जागरूक भी किया जाता है, लेकिन इसके बावजूद पहाड़ियों पर आग लग जाती है। वन कर्मियों के मुताबिक जंगल में हरा घास उगाने के चक्कर में कुछ शरारती लोग आग लगवा देते हैं, जिससे पूरा जंगल जलकर राख हो जाता है। आग लगाने वाले शरारती तत्व यह नहीं समझते कि आग की चपेट में आकर कितने जीव जंतु अपनी जान गवा देते हैं, लेकिन आग लगाने वालों को ना जंगल जलने की परवाह है और ना उसमें जलने वाले जीव जंतुओं की।
लोगों ने वन विभाग से आग लगने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में रेंज ऑफिसर पौनी अवतार सिंह का कहना है जरडी क्षेत्र के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए कर्मचारियों की टीम पहाड़ी पर आग बुझाने के लिए पहुंच चुकी है। कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हुए हैं। उम्मीद है बहुत जल्द आग पर काबू पा लिया जाएगा।
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