बारिश की तबाही के बाद उधमपुर के 70 फीसदी हिस्से में बहाल की गई बिजली, गांवों में अब भी बत्ती गुल
ऊधमपुर में भारी बारिश के चलते देविका सैरगाह मार्ग पर पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। शहर के 70% हिस्से में बिजली बहाल हो गई है लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी भी अंधेरा छाया हुआ है। बिजली विभाग युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य में जुटा है और जल्द ही पूरी आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहा है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। मूसलाधार बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए बिजली नेटवर्क को बहाल करने के लिए विभाग की टीमें लगातार जद्दोजहद कर रही हैं।
मंगलवार सुबह से ठप पड़ी आपूर्ति को दुरुस्त करने का काम गुरुवार को भी जारी रहा। लगातार प्रयासों से शहर के लगभग 70 फीसद हिस्से में बिजली बहाल कर दी गई है, हालांकि मरम्मत कार्य चलते रहने से कई इलाकों में कुछ मिनट से लेकर आधे घंटे तक की ट्रिपिंग भी देखी गई।
सबसे अधिक प्रभावित शीतला माता मंदिर फीडर है, जहां अब तक बिजली आपूर्ति ठप है। वहीं सैरगाह रोड पर बारिश से हुई तबाही ने बिजली नेटवर्क को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है। विभाग के कर्मचारी यहां भी युद्ध स्तर पर काम में जुटे हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति अभी और चुनौतीपूर्ण है। चिनैनी, पंचैरी, रामनगर और मजालता जैसे इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। यहां नेटवर्क को हुए बड़े नुकसान की वजह से बहाली का काम तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है, लेकिन फिलहाल इन क्षेत्रों में अंधकार बना हुआ है।
बिजली विभाग की एमएंडईआरई के एक्सईएन सुनील पंडोह ने बताया कि बारिश से बिजली ढांचे को खासा नुकसान पहुंचा है।
विभाग की टीमें लगातार काम कर रही हैं और गुरुवार रात तक शहर के अधिकांश फीडरों पर बिजली बहाल कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहाली में कुछ समय और लग सकता है, लेकिन प्रयास युद्ध स्तर पर जारी हैं।
फिलहाल जिले में कुल मिलाकर 35 फीसद के करीब बिजली आपूर्ति ही सुचारू हो पाई है। विभाग का दावा है कि मौसम अनुकूल रहा तो जल्द ही बाकी क्षेत्रों में भी रोशनी लौट आएगी।
ऊधमपुर, अमित
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