जिला ऊधमपुर में दो दिनों में बारिश ने 6 तहसीलों में ढाया सबसे अधिक कहर, एक दर्जन से अधिक मकानों को पहुंचा नुकसान
ऊधमपुर जिले में भारी बारिश और भूस्खलन से रामनगर लाठी-मरोठी समेत कई तहसीलों में भारी नुकसान हुआ है। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे परिवार बेघर हो गए हैं। सड़कें टूटी हैं और मक्की की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन राहत कार्य में जुटा है और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान कर रहा है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। जिले में 24 और 25 अगस्त को हुई तेज बारिश और भूस्खलन ने कई क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुंचाया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी क्षति आकलन रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक प्रभावित रामनगर, लाठी–मरोठी, पंचैरी, मोंगरी, बसंतगढ़ और ऊधमपुर तहसीलें हुई हैं।
इनमें एक दर्जन से अधिक कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। इनमें छह मकान तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और इनमें रहने वाले परिवार बेघर हो गए हैं। कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई और कई इलाकों में मक्की की फसल को भी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
रामनगर तहसील में कई मकानों को पहुंचा नुकसान
रामनगर तहसील में भैयाला गांव में शाहवली के पुत्र खान मोहम्मद का मकान भूस्खलन से पूरी तरह ध्वस्त हो गया। लाढ़ और सुगलार में काकू राम की पत्नी द्वारकू देवी और फकीर चंद के पुत्र चुनी लाल के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए।
धीरन गांव में कश्मारो के पुत्र मखोली, रामू की पत्नी रानू, चंदू के पुत्र परम नाथ और धनिया के पुत्र काकू राम के मकान पूरी तरह नष्ट हो गए। बारी गांव में दीनानाथ के पुत्र ठाकुर दास का मकान भी पूरी तरह ढह गया है।
पुल बारिश के पानी में बह गया
लाठी–मरोठी तहसील के जखेड गांव को पचौंड नंबर-1 से जोड़ने वाला पुल बारिश के पानी में बह गया। पंचैरी तहसील के लांदर गांव में मक्का की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा। मोंगड़ी तहसील के रदनोत गांव में कपूर सिंह के पुत्र संजय सिंह का एक मकान और सुंदर के पुत्र करतार चंद का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ। इसके अलावा कलसोत गांव में काली माता मंदिर के पास भूस्खलन के कारण सड़क की हालत खराब हो गई और वाहनों की आवाजाही बंद हो चुकी है।
रफीक का मकान भूस्खलन से पूरी तरह ध्वस्त हो गया
बसंतगढ़ तहसील के खनेड गांव में अली मोहम्मद के पुत्र मोहम्मद रफीक का मकान भूस्खलन से पूरी तरह ध्वस्त हो गया, हालांकि परिवार को पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था। बसंतगढ़–रामनगर मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है और वाहनों की आवाजाही बंद पड़ी है
ऊधमपुर तहसील के रौन गांव में टीन-शेड वाला एक पशुशाला और एक पुराना कच्चा घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ, जबकि खतरियार में परस राम के पुत्र सुरम सिंह का कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। जडसरकोट में लुदर के पुत्र खेमा सिंह का कच्चा मकान भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हो गया है।
राम पाल के मकान की दीवार ढह गई
मांड में चुनी लाल के पुत्र राम पाल के मकान की दीवार ढह गई, जबकि समरोली में राधू के पुत्र नसीब चंद के का मकान भूस्खलन से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें दरारें पड़ गईं। जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता और पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश से मक्की की फसल को नुकसान पहुंचने पर किसानों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है और किसानों का कहना है कि अगर बारिश बंद नहीं हुई तो हमारी मेहनत पर पूरी तरह से पानी फिर सकता है।
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