मौत के जबड़े से बची जिंदगी : 300 मीटर खाई में गिरी कार, पेड़ पर जाकर अटक गई, पुलिस ने सुरक्षित निकाला
मंगलवार रात को खराब बारिश के कारण रामबन के रामसू और डिगडोल के बीच उसकी क्रेटा कार हाईवे से फिसल गई। नीचे 300 मीटर गहरी खाई थी। ऐसे में बचने की कोई संभ ...और पढ़ें

अमित माही, ऊधमपुर : ईश्वर मेहरबान तो सामने आई मौत भी राह बदल लेती है। कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ श्रीनगर निवासी कार चालक इरफान रशीद खान के साथ। मौत कुछ कदम दूर थी पर जिंदगी हार मानने को तैयार नहीं थी। मंगलवार रात को खराब बारिश के कारण रामबन के रामसू और डिगडोल के बीच उसकी क्रेटा कार हाईवे से फिसल गई। नीचे 300 मीटर गहरी खाई थी। ऐसे में बचने की कोई संभावना नहीं थी। पर कुदरत उस पर मेहरबान थी। सड़क से फिसलकर कार खाई में गिरते हुए एक पेड़ की टहनियों से जाकर अटक गई।
उसके बाद भी इरफान को खोजना आसान नहीं था। लोकेशन न होने के कारण पुलिस सायरन बजा दौड़ती रही। आखिर पेड़ की टहनियों में फंसी कार से उसे निकाल लिया गया है। उसे कुछ चोटें अवश्य आई हैं पर मौत को मात देकर इरफान अस्पताल में इलाज करवा रहा है।
पूरी कहानी कुछ इस तरह चलती है। मंगलवार रात में अनंतनाग से रामबन के पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिलती है कि रामसू और डिगडोल के बीच कहीं कार खाई में गिर गई है और चालक सुरक्षित है और उसकी कार एक पेड़ पर अटकी है। उसके बाद उसे बचाने की मुहिम शुरू हो जाती है।
डीएसपी ट्रैफिक शमशेर ङ्क्षसह मन्हास कहते हैं कि अंधेरे के बीच इस इलाके में एक इंसान को खोजना भूसे के ढेर से सूई खोजने से भी अधिक मुश्किल था, लेकिन उसकी तुरंत तलाश शुरू कर दी गई। उन्होंने चालक से संपर्क साधा और सही लोकेशन जानने के लिए वाट्सएप से लोकेशन भेजने को कहा।
इसके आधार पर डीएसपी ट्रैफिक और रामसू थाना प्रभारी नजीर अहमद लोकेशन पर तलाश में जुट गए। आधे घंटे से ज्यादा समय तक तलाशने के बाद कुछ पता नहीं चल पाया। पर पुलिस टीम ने हार नहीं मानी। डीएसपी ट्रैफिक ने पुलिस वाहनों के सायरन बजाना शुरू किए और वाहन चालक से फिर पूछा कि क्या उसे आवाज आ रही है। आधे घंटे से अधिक यूं ही सारन बजते रहे पर इरफान का कोई सुराग नहीं लग रहा था। मोबाइल पर बताई गई लोकेशन से तकरीबन ढाई किलोमीटर दूरी पर वाहन चालक ने सायरन सुनाई देने की बात कही और उसके आधार पर फिर खाई में तलाश आरंभ हुई।
देवसोर इलाके में स्थित शनि देव मंदिर के पास उनको एक जगह वाहन के नीचे जाने के निशान नजर आए। पुलिस टीम नीचे उतरी तो कार को चट्टानी पहाड़ी पर पेड़ की टहनियों में फंसा पाया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस और रामसू थाना पुलिस व सिविल त्वरित कार्रवाई दल के सदस्य रस्सियों की मदद से सावधानी से नीचे उतरे। इसके बाद सावधानी से कार का शीशा तोड़ कर चालक को हैंडचेन बनाकर कार से निकाल कर रस्सियों तक पहुंचाया। तकरीबन 45 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद उसे कार से निकाल लिया गया। उसे उपचार के लिए पीएचसी रामसू में भर्ती कराया गया है। इस बचाव अभियान संचालित करने में सएचओ रामसू नजीर अहमद, एसओ रामसू अकबर मलिक, डीएसपी ट्रैफिक बनिहाल शमशेर ङ्क्षसह और एसडीपीओ बनिहाल आशीष गुप्ता जेकेपीएस की भूमिका अहम रही।
डीएसपी ट्रैफिक शमशेर सिंह ने बताया कि पूरी टीम की मेहनत रंग लाई। हर किसी ने अपनी भूमिका अच्छे से निभाई और खुशी है कि चालक को सुरक्षित बचाने में सफल रहे। उन्होंने लोगों से मौसम को ध्यान में रखते हुए कुछ दिनों के लिए ऊधमपुर से श्रीनगर के बीच अपनी यात्रा स्थगित करने की अपील की है।
सदमे में आया इरफान कहता है कि उसे नया जीवन में मिल गया। आज पुलिस की तत्परता से वह बच पाया।

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