LoC पर रात में ही पाकिस्तान क्यों करता है गोलीबारी? बॉर्डर के पास रहने वालों ने बताए कारण; क्या है पड़ोसी मुल्क का अगला कदम
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलीबारी कर रहा है जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत है। सिंधु जल संधि पर रोक के बाद 24 अप्रैल से पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी तेज कर दी है। जम्मू-कश्मीर में शनिवार-रविवार की रात सीमांत क्षेत्रों में डर के साए में गुजरी। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की है और सीमावर्ती निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

राज्य ब्यूरा, जम्मू। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हालात बिगाड़ने पर तुला पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर रात के समय लगातार भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी कर रहा है। पहलगाम में पर्यटकों पर हमले में 26 लोगों की मौत के विरोध में केंद्र सरकार के सिंधु जल संधि पर रोक लगाए जाने के बाद 24 अप्रैल से पाकिस्तानी सेना ने प्रदेश के सीमांत क्षेत्र पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी थी।
ऐसे में जम्मू कश्मीर में शनिवार-रविवार की मध्ययात्रि को पाकिस्तान की गोलीबारी के चलते सीमांत क्षेत्रों में दसवीं रात दशहत के बीच निकली। जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने 3-4 मई की मध्यरात्रि को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के विभिन्न सेक्टरों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की।
भारतीय सेना ने प्रभावी तरीके से इस गोलीबारी का जवाब दिया। प्रदेश के पांच जिलों में पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुला व जम्मू संभाग के पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेहरा, सुंदरबनी व अखनूर सेक्टरों में गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि सीमा पार से की गई इस गोलीबारी में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। सीमा पार से गोलीबारी का सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है।
सीमांत वासियों ने युद्ध की तैयारी की
पाकिस्तान सुनियोजित तरीके से रात के अंधेरे में गोलियां दागता है। कई बार वह आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की मंशा से भी रात के समय अकारण गोलीबारी करता है। इस समय पाकिस्तानी ने अपने इलाके में तैनाती भी बढ़ाई है। वह भारतीय सेना को उकसाने के लिए बिना किसी कारण के गोलियां चला रही है।
ऐसे में सेना नियंत्रण रेखा पर कड़ी सतर्कता बरतती है। सेना ने सीमा से सटे इलाकों में बसने वाले लोगों को भी कड़ी सतर्कता बरतने की हिदायत दी है। हालात बिगड़ने के डर से सीमांत वासियों ने भी इस समय पूरी तैयारी कर रखी है।
रात में दूर तक जाती है गोली की आवाज
सीमा से सटे इलाकों में अच्छी तरह से पता है कि पाकिस्तान की ओर से हालात बिगाड़ने की स्थिति में उन्हें क्या करना है। प्रदेश के अधिकतर सेवानिवृत्त, सेवारत सैनिक, सुरक्षाकर्मी सीमांत क्षेत्रों से हैं। ऐसे में अन्य अंदाजा हो जाता है कि पाकिस्तान अब क्या करेगा।
रात के समय गोलीबारी की आवाज दूर तक जाती है। इससे अधिक दशहत होती है। उनका कहना है कि अपनी हरकतों से बाज न आने वाला पाकिस्तान छोटे हथियारों से गोलीबारी करने के बाद गोले दागने लगता है। यह कहना है सीमा से सटे कान्हाचक्क के सेवानिवृत सीमा प्रहरी जीएस जम्वाल का।
उन्होंने बताया कि हमने बंकरों की साफ सफाई करने के साथ राशन का बंदोबस्त कर लिया है। अगर तनाव बढ़ता है तो हम औरत, बच्चों को सुरक्षित इलाकों में भेजने के साथ सेना के साथ अपने अपने गांवों में मोर्चा संभालेंगे।
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