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    J&K News: बडगाम और नगरोटा में कब होगा उपचुनाव? 6 महीने से खाली हैं ये विधानसभा सीटें

    नगरोटा और बडगाम विधानसभा सीटें छह माह से रिक्त हैं लेकिन उपचुनाव को लेकर असमंजस बरकरार है। बडगाम सीट उमर अब्दुल्ला ने 21 अक्टूबर 2024 को छोड़ी जबकि नगरोटा सीट देवेंद्र सिंह राणा के 1 नवंबर 2024 को निधन से खाली हुई। नियमानुसार अप्रैल तक उपचुनाव होना चाहिए था लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक तारीख घोषित नहीं की।

    By naveen sharma Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 14 May 2025 08:16 PM (IST)
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    6 महीने से खाली है बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीटें (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। छह माह बीत चुके हैं, नगरोटा और बडगाम विधानसभा सीटों को खाली हुए,लेकिन उपचुनाव को लेकर अभी तक असमंजस बना हुआ है। नियमानुसार, चुनाव गत अप्रैल में हो जाना चाहिए था। और अब यह जून में कराए जाएंगे, मौजूदा परिस्थितियों में इसकी उम्मीद भी कम ही है। अलबत्ता, चुनाव आयाेग ने इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदातना सूचियों की पुनरीक्षण एवं संशोधन प्रक्रिया को पूरा कर लिया है।

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    कैसे खाली हुई ये विधानसभा सीटें?

    बडगाम विधानसभा सीट गत वर्ष अक्टूबर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा छोड़े जाने से रिक्त हुई है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव में दो सीटों गांदरबल और बडगाम से अपना भाग्य आजमाया था। वह दोनों सीटों पर जीत गए और उन्होंने 21 अक्टूबर 2024 को बडगाम सीट से इस्तीफा दे दिया।

    नगरोटा विधानसभा सीट को भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र सिंह राणा ने जीत था। चुनाव जीतने के कुछ ही दिनों बाद उनका निधन हो गया और पहली नवंबर 2024 से नगरोटा सीट भी खाली है।

    6 महीने के भीतर होना चाहिए उपचुनाव

    जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 (आरपीए) की धारा 151ए के अनुसार, रिक्त सीट को भरने के लिए उपचुनाव रिक्त होने की तिथि से छह महीने के भीतर होना चाहिए। चुनावों में देरी के लिए, धारा में दो अपवाद सूचीबद्ध हैं: कार्यकाल का शेष भाग एक वर्ष से कम है या यदि भारत सरकार के परामर्श से चुनाव आयोग यह प्रमाणित करता है कि छह महीने के भीतर चुनाव कराना मुश्किल है।

    बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीटों के उपचुनाव छह माह के भीतर गत अप्रैल तक कराए जाने चाहिए थे,लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक उपचुनावों को लेकर चुप्पी साध रखी है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने क्या कहा?

    जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पोले के अनुसार, उपचुनाव कब कराना है यह चुनाव आयेाग को तय करना है। हमने अपने स्तर पर तैयारी कर रखी है। हमें जब कहा जाएगा, हम चुनाव कराने के लिए तैयार हैं। हमने इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदाता सूचियों की पुनरीक्षण प्रक्रिया को पूरा कर लिया है।

    हम तो चुनाव के लिए तैयार हैं- नेकां

    नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि हम तो चुनाव के लिए तैयार हैं। चुनाव अप्रैल तक क्यों नहीं हुआहै,इसके बारे में मुझे कुछ नहीं मालूम। हां एक बात कह सकता हूं कि मौजूदा परिस्थितियां जो बीते कुछ दिनों में पाकस्तानी गोलाबारी से उपजी हैं, में उपचुनाव नहीं कराया सकता ।इसके लिए हमे कुछ और दिन इंतजार करना पड़ेगा।

    पीडीपी ने क्या कहा?

    पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता डॉ महबूब बेग ने कहा कि इस समय तो सीधा कहा जाएगा कि हालात सही नहीं है,लेकिन छह माह का समय आपके पास था, चुनाव नहीं कराए गए जो कई सवाल पैदा करता है। भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि यहां मतदाता सूचियों के संशोधन की प्रक्रिया जारी थी,इसलिए अप्रैल में चुनाव नही कराए गए होंगे और उसके बाद के हालात तो सभी को पता हैं। यहां चुनाव से कौन पीछे हट रहा है।