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    लद्दाख में LAC के पास बसाए जाएंगे तिब्बती, चीन को घेरने के लिए भारत ने क्या बनाया मास्टरप्लान?

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 06:02 AM (IST)

    लद्दाख में दलाई लामा के प्रवास के दौरान तिब्बती परिवारों को चीन से सटी एलएसी के पास चुमुर क्षेत्र में बसाने की तैयारी है। लेह के थिकसे मठ ने इसके लिए केंद्रीय तिब्बती प्रशासन को भूमि दी है। चुमुर में पुनर्वास से चीन की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलेगी। थिकसे रिनपोचे ने इसे तिब्बतियों के प्रति नैतिक जिम्मेदारी बताया है।

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    लद्दाख में एलएसी के पास बसाए जाएंगे तिब्बती।(फाइल फोटो)

    विवेक सिंह, जम्मू: तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा के लद्दाख प्रवास के बीच तिब्बतियों को चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब चुमुर क्षेत्र में बसाने की तैयारी हो रही है। इससे चीन को मिर्ची लगना तय है।

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    यहां बता दें कि चीन कई बार इस क्षेत्र में शरारत कर चुका है। निश्चित तौर पर तिब्बत से पलायन हुए परिवारों को यहां बसाने से इस क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर आसानी से नजर भी रखी जा सकेगी। तिब्बतियों के पुनर्वास के लिए लेह के थिकसे मठ ने सेंट्रल तिब्ब्तन एडमिनिस्ट्रेशन (केंद्रीय तिब्बती प्रशासन) को 7.75 एकड़ भूमि दी है।

    चुमुर में मिली जमीन पर तिब्बतियों का पुनर्वास किया जाएगा

    चुमुर पूर्वी लद्दाख में चीन से लगती एलएसी के करीब है। अब चुमुर में मिली जमीन को तिब्बतियों के पुनर्वास के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। भूमि के कागजात नौवें थिकसे रिनपौचे, नवांग जामयांग चंबा स्टेंजिन ने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधि सिकयोंग पेंपा सेरिंग को सौंपे। इस भूमि पर उन तिब्बती परिवारों का पुनर्वास होगा जिनके पास लेह की तिब्बती कालोनी में घर नहीं हैं।

    पूर्वी लद्दाख का चुमुर इलाका लेह से 300 किलोमीटर की दूरी पर है पर एलएसी से सटा है। चुमुर चीन के कब्जे में आए तिब्बत से लगता हुआ क्षेत्र है, ऐसे में तिब्बती परिवार अपनी माटी के करीब जाकर बस सकेंगे।

    यहां बता दें कि चीन के तिब्बत पर कब्जे के बाद बड़ी संख्या में तिब्बती घर छोड़ने को मजबूर हो गए थे। यह परिवार दशकों से लेह में सोनमलिंग तिब्बत सेटलमेंट में सैकड़ों तिब्बती परिवार शरण लिए हैं। समय के साथ तिब्बतियों की संख्या में वृद्धि से यह जमीन कम पड़ रही है। सोनम¨लग सेंटलमेंट का संचालन हिमाचल के धर्मशाला से केंद्रीय तिब्बती प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।

    तिब्बतियों के लिए निभाई नैतिक जिम्मेदारी: थिक्से रिनपौचे

    केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधियों ने थिकसे रिनपोचे के आवास पर बैठक कर तिब्बतियों के कल्याण संबंधी मुद्दों पर भी बातचीत की। उन्होंने चुमुर का दौरा कर उस जगह का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अवगत कराया कि जल्द तिब्बतियों के पुनर्वास के लिए निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

    दल के सदस्यों ने चुमुर में रहने वाले लद्दाख के चरवाहों के साथ बातचीत भी की। इस जमीन से लद्दाख में तिब्बती समुदाय को बहुत लाभ होगा। इससे तिब्बती, लद्दाखी बौद्ध समुदाय के साथ अन्य समुदायों को भी बल मिलेगा।

    थिकसे रिनपोचे ने कहा कि तिब्बतियों की जरूरत के समय उनका सहयोग कर नैतिक जिम्मेदारी निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा ने हमेशा हिमालयी भिक्षुओं का समर्थन किया है।

    चुमुर में तिब्बतियों का पुनर्वास अच्छी बात: भारत

    तिब्बत मंच के उत्तर भारत के प्रभारी पदाधिकारी कुलदीप शर्मा का कहना है कि अगर चुमुर में तिब्बतियों का पुनर्वास होता है तो यह बहुत अच्छी बात है। चीन अतिक्रमण में विश्वास रखने वाला देश है। उसके सामने तिब्बत के वह लोग बसेंगे जो अपनी घर वापसी के लिए तरसते हैं। उन्हें बहुत मुश्किल हालात में पलायन कर भारत आना पड़ा था। भारत तिब्बत मंच भी चीन से तिब्बत की आजादी चाहता है।