वुलर के संरक्षण के लिए दौड़े तीन हजार धावक, BSF की मुहिम- घाटी में पर्यटन को लेकर किया जागरूक
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कश्मीर में वुलर मैराथन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य वुलर झील का संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देना था। 'वुलर बचाओ, दौड़ो' विषय पर आधारित इस हाफ मैराथन में लगभग 3000 प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिए गए और इस आयोजन ने स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहित किया।

वुलर के संरक्षण के लिए दौड़े तीन हजार धावक। फोटो जागरण
राज्य ब्यूरो, जम्मू। कश्मीर में सीमा सुरक्षा बल ने वुलर मैराथन का आयोजन किया। यह हाफ मैराथन का दूसरा संस्करण है। इसका उद्देश्य एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक वुलर झील के संरक्षण और कश्मीर घाटी में पर्यटन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उसे बढ़ावा देना था।
मैराथन को आईजी एसटीसी बीएसएफ कश्मीर सोलोमन यश कुमार मिंज और आईजी बीएसएफ कश्मीर फ्रंटियर अशोक यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में बीएसएफ के अन्य अधिकारी व नागरिक भी शामिल हुए। कश्मीर घाटी के एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्थल वुलर झील के आसपास के क्षेत्र में एक लंबी दूरी की दौड़ प्रतियोगिता को लेकर सभी में उत्साह देखने को मिला।
यह आयोजन वुलर बचाओ, सीमाकर्मियों के साथ दौड़ो विषय पर आधारित था। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना और वुलर झील का संरक्षण करना है। यह मैराथन बीएसएफ और स्थानीय समुदाय के बीच बेहतर संबंधों को बढ़ावा देती है। इसका उद्देश्य युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों और खेल भावना में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
मैराथन स्थानीय प्रतिभाओं को पहचानने में मदद करती है और कुछ धावकों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए खेलो इंडिया योजना के तहत प्रायोजित भी किया जा सकता है। वुलर झील की प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करके इस आयोजन का उद्देश्य घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देना भी है। यह मैराथन बांडीपोरा जिले में वुलर झील के आसपास आयोजित की गई थी।
इस वर्ष देश भर से विशेष रूप से कश्मीर घाटी से लगभग 3000 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस आयोजन में तीन अलग-अलग प्रकार की दौड़ शामिल थीं। हाफ मैराथन 21 किमी, 10.5 किमी दौड़ और 5 किमी दौड़, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक खुली प्रतियोगिता थी।
मैराथन का समापन वुलर वैंटेज पार्क बांडीपुर में हुआ जहां विशेष महानिदेशक सतीश एस खंडारे ने विजेताओं को पुरस्कार राशि और प्रमाण पत्र प्रदान किए। आयोजन के दौरान एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। सोलोमन यश कुमार मिंज और अशोक यादव ने इस आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय नागरिकों, विभिन्न मीडिया घरानों और बल कर्मियों के योगदान की सराहना की।
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