15 अगस्त पर घाटी में बड़ी घटना की थी प्लानिंग, पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के तीन मददगार
सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के तीन मददगारों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार और लश्कर के पोस्टर बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला कि वे आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकाने बनाने और हथियार पहुंचाने में मदद करते थे। फिलहाल सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हैं।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर में अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए गुरुवार को लश्कर-ए-तैयबा के तीन मददगारों को पकड़ा है। उनके पास से लश्कर के पोस्टर, एक पिस्तौल व एसाल्ट राइफल के 20 कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने एक विशेष सूचना के आधार पर जिला कुपवाड़ा के विजहामा, करालगुंड में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में सेना और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हुए।
तलाशी के दौरान सुरक्षाबलों ने तीन युवकों को संदेह के आधार पर पकड़ा। उनकी तलाशी लेने पर उनके पास से एक पिस्तौल व दो कारतूस और एसाल्ट राइफल के 20 कारतूस व लश्कर-ए-तैयबा के पोस्टर मिले हैं।
इन तीनों की पहचान उनकी पहचान मोहम्मद इकबाल पंडित पुत्र शरीफदीन पंडित निवासी बोनपोरा लंगेट,सज्जाद अहमद शाह पुत्र बशीर अहमद शाह निवासी चकपरीन और अशफाक अहमद मलिक पुत्र शब्बीर अहमद मलिक निवासी करालगुंड के रूप में हुई है।
पूछताछ में पता चला कि यह तीनों एक लंबे समय से लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहे थे। कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकानों का बंदोबस्त करने के अलावा उनके हथियार भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते थे। उन तक सुरक्षाबलां की गतिविधियों की सूचनाएं भी पहुंचा रहे थे।
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