ठंड में सुरक्षित ठिकानों की तलाश में आतंकी, कई जगहों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस का छापा; हिरासत में संदिग्धों से पूछताछ जारी
बारामुला और कुलगाम जिलों में सुरक्षा बलों ने आतंकियों से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की। इस दौरान कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। ओजीडब्ल्यू और यूएपीए के आरोपियों के घरों की तलाशी ली गई। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। शोपियां, राजौरी और पुंछ में भी ऐसे ही अभियान चलाए गए।
-1762693400772.webp)
कई जगहों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस का छापा। फोटो जागरण
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से सक्रिय स्थानीय आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड वर्करों के खिलाफ रविवार को दूसरे दिन भी अभियान जारी रखा। कश्मीर संभाग के कुछ जिलों के अतिरिक्त जम्मू संभाग के रामबन, डोडा, राजौरी, पुंछ जिलों में दर्जनों जगहों पर बड़े पैमाने पर तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया गया है।
जम्मू के डोडा ज़िले में बड़े पैमाने पर आतंकवाद रोधी अभियान के बीच शनिवार को कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार ऊंचाई वाले इलाकों में सक्रिय आतंकवादी सर्दियों के लिए मैदानी इलाकों में सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं जिसके बाद तलाशी अभियान तेज कर दिया गया।
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और शांति बनाए रखने के अपने प्रयास जारी रखे हैं और रामबन जिले के बनिहाल और गूल इलाकों में कई जगहों पर बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।
आतंकवादियों के रिश्तेदारों के घरों की तलाशी
एसएसपी रामबन अरुण गुप्ता की देखरेख में चलाए गए इन अभियानों के दौरान पाकिस्तान से संचालित सक्रिय जम्मू और कश्मीर आधारित आतंकवादियों के रिश्तेदारों और सहयोगियों के घरों की तलाशी ली गई। पुलिस टीमों ने कई परिसरों का अच्छी तरह से निरीक्षण किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी राष्ट्र विरोधी या अवैध गतिविधियां नहीं की जा रही हैं या समर्थित नहीं की जा रही हैं।
संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया
ये अभियान रामबन पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और एसओजी इकाइयों की संयुक्त टीमों ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ जिलेभर के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में चलाए। डोडा में आतंकवादी नेटवर्कों से जुड़े संबंधों और वित्तपोषण चैनलों को उजागर करने के लिए संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। कई संदिग्धों को रोकथाम कानूनों के तहत बुक किया गया है, जबकि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ सुरक्षा कार्रवाई चल रही है।
स्थानीय युवाओं को लक्षित करने वाले संभावित स्लीपर सेल और ऑनलाइन प्रचारकों की निगरानी भी की जा रही है। डोडा के वरिष्ठ अधीक्षक पुलिस, संदीप मेहता ने कहा कि पुलिस आतंकवादी गतिविधियों में सहायता या उकसाने वाले सभी लोगों के खिलाफ दृढ़ता से कार्रवाई जारी रखेगी। राष्ट्र विरोधी तत्वों से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। हमारा ध्यान जिले में शांति, सुरक्षा और हर नागरिक की भलाई सुनिश्चित करने पर है।
आतंकियों से जुड़ी 25 संपत्तियों की तलाशी
बारामुला जिला में दो दिनों में गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान स्थित आतंकियों से जुड़ी 25 संपत्तियों की तलाशी ली गई। इन 25 स्थानों से, 19 लोगों को कानून के तहत रोकथाम के प्रावधानों के तहत पूछताछ के लिए बुलाया गया। ओजीडब्ल्यू से जुड़ी 22 संपत्तियों की तलाशी ली गई।
17 ओजीडब्ल्यू को बुलाया गया और तीन को जेल भेज दिया गया। यूएपीए के तहत बुक किए गए लोगों (वर्तमान में जमानत पर) से जुड़ी 6 संपत्तियों की तलाशी ली गई। दो ओजीडब्ल्यू को दो को रोकथाम कानून के तहत हिरासत में लिया गया। जिलेभर में 73 सिम विक्रेताओं की जांच की गई।
राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य प्रमुख मार्गों पर 208 वाहनों की पूरी तरह से जांच की गई। 14 तलाशी और घेराबंदी अभियान एक साथ आयोजित किए गए। कुलगाम पुलिस ने रविवार को जिले के कई स्थानों पर व्यापक कार्रवाई की। इस अभियान में ओजीडब्ल्यू, यूएपीए और पीएसए के आरोपियों, समर्थकों और मारे गए व सक्रिय आतंकवादियों के रिश्तेदारों से पूछताछ की गई।
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अभियान के दौरान कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और कई घरों की तलाशी ली गई। यह कार्रवाई कुलगाम पुलिस की आतंकवाद और उसके सहयोगी नेटवर्क के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। वहीं शोपियां, राजौरी, पुंछ जिलों में भी इसी प्रकार से अभियान चलाया गया है। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और कइयों को हिरासत में भी लिया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।