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    Operation Kokernag: पांचवें दिन भी जारी है आतंकवादी सर्च ऑपरेशन, लेफ्टिनेंट जनरल ने की ऑपरेशन की समीक्षा

    जम्मू कश्मीर में जारी ऑपरेशन कोकरनाग (Operation Kokernag) रविवार को पांचवे दिन भी जारी रहा। यहां पर अभी भी रुक रुक कर फायरिंग हो रही है। वहीं सुरक्षाबलों ने आसपास के जिलों को अलर्ट मोड पर रखा है। आतंकी छिपने के लिए गुफाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके लिए सेना ड्रोन के जरिए बमबारी कर रही है। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन की समीक्षा की।

    By Deepak SaxenaEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 17 Sep 2023 11:10 AM (IST)
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    पांचवें दिन भी जारी है आतंकवादी सर्च ऑपरेशन

    श्रीनगर, पीटीआई: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के गडोले वन क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों को खोजने का अभियान पांचवें दिन रविवार को भी जारी है। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खोजने के अभियान को पड़ोसी गांवों तक बढ़ा दिया है। इसके साथ ही ही जंगल की ओर कई मोर्टार गोले दागे गए हैं क्योकि आतंकवादी जंगल की गुफाओं में छिपे हुए हैं।

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    अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बल घने वन क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों का उपयोग कर रहे हैं, जहां माना जाता है कि शुरुआती गोलीबारी में सेना के दो अधिकारियों और एक पुलिस उपाधीक्षक की हत्या के बाद बुधवार से आतंकवादी छिपे हुए हैं। रविवार सुबह जैसे ही हमला फिर शुरू हुआ, सुरक्षा बलों ने जंगल की ओर कई मोर्टार गोले दागे।

    वन क्षेत्रों में हो रही ड्रोन से बमबारी

    उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र में कई गुफा जैसे ठिकाने हैं और उन पर हमले करने के लिए उनके स्थानों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने ऐसे ही एक ठिकाने पर गोले दागे, जिसके बाद ड्रोन फुटेज में एक आतंकवादी को छिपने के लिए भागते हुए देखा गया था।

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    सेना का प्रयास नागरिक बस्तियों में न घुस पाएं आतंकवादी

    अधिकारियों ने कहा कि एहतियात के तौर पर पड़ोसी पॉश क्रेरी इलाके में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है, जिससे ये सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी नागरिक बस्तियों में न घुस पाएं। उत्तरी सेना के कमांडर ने शनिवार को परिचालन स्थिति का जायजा लेने के लिए मुठभेड़ स्थल का दौरा किया।

    लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने की ऑपरेशन की समीक्षा

    लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को ग्राउंड कमांडरों ने उच्च तीव्रता वाले ऑपरेशनों के बारे में जानकारी दी, जिसमें सुरक्षा बल हाई क्वॉलिटी हथियारों के साथ-साथ निगरानी और गोलाबारी के हाई टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सेना के कमांडर ने उस ड्रोन का निरीक्षण किया, जिसका इस्तेमाल क्षेत्र का सर्वेक्षण करने और आतंकवादियों पर नजर रखने के लिए किया गया है। इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने वरिष्ठ पुलिस और सेना अधिकारियों के साथ ऑपरेशन की समीक्षा की। उन्होंने ऑपरेशन में तैनात सैनिकों के साथ भी बातचीत की।

    आतंकवादी मुठभेड़ में 4 जवान हो चुके शहीद

    जम्मू कश्मीर पुलिस का मानना है कि दो से तीन आतंकवादी वन क्षेत्र में फंसे हुए हैं क्योंकि बलों ने कड़ी घेराबंदी कर रखी है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार ने शुक्रवार देर रात कहा कि ऑपरेशन विशिष्ट इनपुट के आधार पर शुरू किया गया था और दावा किया गया था कि दो से तीन फंसे हुए आतंकवादियों को मार गिराया जाएगा। बुधवार को आतंकवादियों से मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट और एक सैनिक शहीद हो गए।

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