आतंकी साजिश नाकाम, जेलों समेत 200 से अधिक ठिकानों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस का छापा; हिरासत में दो दर्जन लोग
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर और कुपवाड़ा की जेलों में तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई आतंकियों को मदद पहुंचाने वालों के खिलाफ थी, जिसमें डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। पुलिस के अनुसार, यह अभियान कश्मीर में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की साजिश को नाकाम करने के लिए था। जब्त सबूतों का मूल्यांकन किया जा रहा है।
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जेलों समेत 200 से अधिक ठिकानों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस का छापा। फोटो एक्स
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। गुलाम जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान में बैठे कश्मीरी आतंकियों के कश्मीर घाटी में स्थित करीबियों और उनके ओवरग्राउंड नेटवर्क में शामिल 200 से ज्यादा संदिग्ध तत्वों के ठिकानों के अलावा श्रीनगर स्थित सेंट्रल जेल व जिला जेल कुपवाड़ा में भी तलाशी ली।
जम्मू-कश्मीर पुलिस, विशेष जांच एजेंसी एसआइए और काउंटर इंटेलीजेंस सीआइ द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए इस तलाशी के दौरान आतंकी व अलगाववादी तत्वों के मंसूबों से जुड़े विभिन्न डिजिटल सुबूत जब्त करने के अलावा कथित तौर पर दो दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए भी हिरासत में लिया है। अलबत्ता, पुलिस ने किसी को गिरफ्तार करने या पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है।
दक्षिण कश्मीर में जवाहर सुरंग से लेकर उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे हंदवाड़ा तक चलाया गया यह तलाशी अभियान, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा कश्मीर में मरनासन्न आतंवाद को फिर से जिंदा करने के रचे जा रहे षडयंत्र को विफल बनाने के लिए चलाया गया है। यह तलाशी अभियान आज सुबह छह बजे एक साथ वादी के सभी जिलों में चलाया गया।
संबंधित जिला एसएसपी अपने कार्याधिकार क्षेत्र में इस अभियान की लगातार निगरानी कर रहे थे। संबंधित सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों के घरों की तलाशी ली गई है, उनकी गतिविधयों की पहले कुछ समय तक निगरानी की गई है। ये सभी पाकिस्तान या गुलाम जम्मू-कश्मीर में छिपे कश्मीरी आतंकियों के रिश्तेदार, उनके पुराने साथी और आतंकी ओवरग्राउंड वर्कर हैं।
यह सभी इंटरनेट व अन्य माध्यमों से आतंकी हैंडलरों के साथ संपर्क में हैं या फिर उनसे जुड़े अन्य तत्वों की पैसे व अन्य तरीकों से मदद कर रहे हैं। इनमें से कइयों को देश विरोधी गतिविधियों में लगातार शामिल रहने के लिए संबंधित कानूनी धाराओं के तहत बुक किया गया है।
इन गतिविधियों में लॉजिस्टिकल सपोर्ट देना, प्रोपेगेंडा फैलाना और आतंकी भर्ती में मदद करना शामिल है। छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई। इसी दौरान सेंट्रल जेल श्रीनगर और जिला जेल कुपवाड़ा में जम्मू-कश्मीर पलिस की विशेष जांच एजेंसी एसआईए और काउंटर इटेंलीजेंस विंग कशमीर तलाशी अभियान चलाया।
इस अभियान के दौरान इन दोनों जेलों में बंद आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड वर्करों की बैरकों की तलाशी ली गई। संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह तलाशी अभियान कश्मीर में मरनासन्न आतंकवाद को जिंदा करने के किसी भी षडयंत्र को विफल बनाने की पूर्व सक्रियता की नीति के आधार पर लाया गया है। इस अभियान के दौरान जब्त कि गए सबूतों का आकलन किया जा रहा है।

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