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    श्रीनगर पुलिस के प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी, हुर्रियत से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापे, साहित्य और तस्वीरें जब्त

    By Rahul SharmaEdited By: Rahul Sharma
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 03:41 PM (IST)

    श्रीनगर पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी और हुर्रियत से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान आपत्तिजनक साहित्य और तस्वीरें जब्त की गईं। पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना के बाद यह कार्रवाई की। मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है। 

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    पुलिस का उद्देश्य क्षेत्र में शांति बनाए रखना है।

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर, जागरण। श्रीनगर पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से कथित तौर पर जुड़े लोगों के कई ठिकानों पर समन्वित तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई घाटी में आतंक और अलगाववादी तंत्र को ध्वस्त करने के उद्देश्य से की गई है। पुलिस ने दावा किया कि इस कार्रवाई में उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिली है। कई सबूत उनके हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।

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    पुलिस ने बताया कि निम्नलिखित व्यक्तियों के आवासों पर तलाशी ली गई, मुश्ताक अहमद भट उर्फ गोगा शाहिब उर्फ मुश्ताकुल इस्लाम, पुत्र ग़ैर कादिर भट, निवासी काशी मोहल्ला, बटमालू।

    अशरफ सेहराई, पुत्र मोहम्मद शुमासदीन, निवासी बघाट। मेहराजुद्दीन कलवाल उर्फ राज कलवाल, पुत्र मोहम्मद अमीन कलवाल, निवासी रैनावारी कलवाल मोहल्ला, ए/पी हमजा कॉलोनी, केनिहामा (वर्तमान में एनआईए की हिरासत में)। जमीर अहमद शेख, पुत्र गुलाम नबी शेख, निवासी गुलशन नगर, नौगाम।

    तलाशी कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार सख्ती से की गई। कार्रवाई के दौरान, प्रतिबंधित अलगाववादी संगठनों से कथित रूप से जुड़े साहित्य और तस्वीरों सहित विभिन्न सामग्रियां जब्त की गईं।

    ये कार्रवाई घाटी में आतंक और अलगाववादी तंत्र को ध्वस्त करने के उद्देश्य से एक व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत इसके समर्थन ढाँचों और नेटवर्क को निशाना बनाया जा रहा है।

    श्रीनगर पुलिस ने शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि गैरकानूनी या राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले व्यक्तियों और समूहों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, बयान में कहा गया है।