केसर की खेती के लिए संजीवनी बनके बरसी हालिया बारिश, उत्पादक बोले- इस बार अच्छी फसल की उम्मीद
श्रीनगर में हाल की बारिश से किसानों को नुकसान हुआ लेकिन केसर उत्पादकों को फायदा हुआ है। पंपोर क्षेत्र के केसर उत्पादकों के अनुसार समय पर बारिश होने से केसर की फसल अच्छी होने की उम्मीद है क्योंकि खेतों में नमी बढ़ गई है। किसानों ने सरकार से सिंचाई व्यवस्था में सुधार करने का आग्रह किया है ताकि खेती को और बढ़ावा मिल सके और उत्पादन बढ़ाया जा सके।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। घाटी में हालिया तूफानी बारिश व बाढ़ से जहां किसान व फल उत्पादकों को भारी नुकसान से जूझना पड़ा। वहीं केसर उत्पादकों के लिए मौसम की यह बेरुखी संजीवनी साबित हुई।
केसर उत्पादकों का कहना है कि बारिश से केसर की फसल को काफी लाभ मिला है और इस बार अच्छी उपज की उम्मीद है।
पंपोर क्षेत्र के केसर उत्पादकों का कहना है कि इस साल केसर के खेतों में समय पर हुई भारी बारिश से केसर के अच्छे उत्पादन की उम्मीद है।
उनका कहा है कि खेतों में नमी बढ़ गई है जो केसर के अच्छे उत्पादन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी। वहीं किसानों ने सरकार से सिंचाई कार्य में तेज़ी लाने की अपील की है ताकि खेती को और बढ़ावा मिल सके।
बारिश ने किसानों को दी राहत
पंपोर के एक केसर किसान आकिब अहमद बट ने कहा कि अगस्त और सितंबर सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण महीने होते हैं। हालांकि, हाल ही में हुई भारी बारिश ने किसानों को राहत दी है और उन्हें इस साल केसर की अच्छी पैदावार की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस साल, उत्पादन सीजन से पहले, खासकर अक्टूबर की शुरुआत से पहले सिंचाई के लिए ज़रूरी बारिश सही समय पर हुई है। अच्छी बारिश हुई है और केसर के कंदों में ज़रूरी नमी अच्छी मात्रा में मौजूद है।
भट ने कहा, हालांकि यह ज़रूरी नहीं है कि हर साल इसी समय बारिश हो, इस साल, अल्लाह की मेहरबानी से, यह सही समय पर हुई।
सिंचाई व्यवस्थ हो स्थापित
फिर भी, हमारा बहुप्रतीक्षित लंबित मुद्दा उचित सिंचाई व्यवस्था है, जिसे सभी केसर के खेतों में लागू किया जाना जरूरी है। जहां भी केसर की खेती होती है, वहां उचित सिंचाई व्यवस्था स्थापित की जानी चाहिए
इस उद्देश्य के लिए, स्थानीय विधायक, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हसनैन मसूदी, हमारा सहयोग कर रहे हैं और इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
खेती के सभी क्षेत्रों में उचित सिंचाई सुनिश्चित करना बेहद ज़रूरी है, और इस मामले में उनके सहयोग के लिए हम पंपोर विधायक के बहुत आभारी हैं।
याकून भट नामक एक और केसर उत्पादक ने कहा,हमें हर वर्ष बारिश की कमी के चलते अपनी केसर की फसल की चिंता सताती रहती थी। लेकिन इस साल बारिश हुई और वह भी समय पर जिसने हमारी चिंता ख्तम कर दी।
बट ने कहा, कश्मीरी केसर दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है।अगर इस उद्योग को बचाना है, तो इस समय सबसे ज़रूरी ज़रूरत एक उचित सिंचाई व्यवस्था है।
इससे उद्योग को काफ़ी बढ़ावा मिलेगा और हर साल उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित होगी, और इसके लिए एक सुव्यवस्थित सिंचाई व्यवस्था ही सबसे उपयुक्त है। सरकार को इस प्रयास में किसानों का सहयोग करना चाहिए। हमें उम्मीद है कि इस साल उत्पादन अच्छा रहेगा, खासकर 15 अक्टूबर के बाद।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।