उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का किया दौरा, लिया राहत कार्यों का जायजा
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू सांबा और उधमपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने पीड़ितों को राहत पहुंचाने और क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत का जायजा लिया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए और स्वास्थ्य शिविरों का दौरा कर लोगों से लाभ उठाने का आग्रह किया।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को जम्मू,सांबा और उधमपुर में बाढ़-भूस्खलन से प्रभावित विभिन्न इलाकों का दौरा कर, पीड़ितों के राहत व क्षतिग्रस्त बुनियादीढांचागत सुविधाओं की मुरम्मत और पुनर्बहाली कार्याें का स्वयं मौके पर जायजा लिया।
उन्होंने कहा भारत सरकार ओर जम्मू कश्मीर प्रशासन न केवल क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे को बहाल करने, बल्कि प्रभावित परिवारों के पूर्ण पुनर्वास के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने उधमपुर के निकट जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यथाशीघ्र यातायात योग्य बनाए जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सड़क संपर्क किसी भी क्षेत्र की जीवन रेखा होता है,इसे हमेशा बहाल रहना चाहिए। उन्होंने जम्म-कठुआ हाइवे पर एम्स केनिकट देवक पुल का भी जायजा लिया।
उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों का लाभ उठाने का जनता से आग्रह करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में जम्मू की अपनी यात्रा के दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हर पंचायत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया है।
इसी क्रम में एम्स जम्मू नौ और बड़े स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करेगा और जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग, सीएपीएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना भी इसी तरह के स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर रहे हैं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज सुबह पहले शरदकालीन राजधानी जम्मू के राजीव नगर कालोनी में बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित मेगा स्वास्थ्य शिविर का दौरा किया। उन्होंनेप्रभावित परिवारों से बातचीत की और उनकी चिंताओं को धैर्यपूर्वक सुना।
उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन केंद्र शासित प्रदेश में हाल की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इसके बाद वह जिला उधमपुर के लिए रवाना हो गए,जहां उन्होंने थरड में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यातायात योग्य बनाने के जारी काम का जायजा लिया।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी ने आरएस.यादव ने उपराज्यपाल को मानव संसाधन और मशीनरी की तैनाती के बारे में बताया और आश्वस्त किया कि टीम चौबीसों घंटे काम कर रही है तथा जल्द ही एक लेन यातायात हेतु खोल दी जाएगी।
उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा उज्ज्वल बकरवाल हास्टल, जखैनी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का भी दौरा किया और बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया।
उधमपुर से लौटने के बाद उपराज्यपाल ने जिला सांबा में विजयपुर,केसों और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीडितों से मुलाकात करने के अलावा क्षतिग्रस्त बुनियादीढांचागत सुविधाओं की मुरम्मत और पीड़ितों के राहत एवं पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया।
उपराज्यपाल ने बारिश-बाढ़ और भूस्खलन से पैदा हुए हालात के बीच सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन द्वारा किएगए कार्याें को सराहते हुए कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से यहां कई लोगों की जान को बचाया गया है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लंबे समय से इस पैमाने पर बाढ़-भूस्खलन की घटनाएं नहीं हुईिाी। इन घटनाओं से पूरे जम्मू कश्मीर में भारी तबाही हई है।
उपराज्यपाल ने कहा कि हम इस कठिन समय में जम्मू-कश्मीर के लोगों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन न केवल क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे को बहाल करने, बल्कि प्रभावित परिवारों के पूर्ण पुनर्वास के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
केंद्र, जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ मिलकर, हाल की प्राकृतिक आपदाओं के कारण सड़क, बिजली, जलापूर्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। टीम ने जम्मू क्षेत्र के कई प्रभावित जिलों का भी दौरा किया है। प्रशासन प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए सभी संभव प्रयास कर रहा है।
उपराज्यपाल ने किसानों को हुए नुक्सान का उल्लेख करते हुए कहा कि जम्मू क्षेत्र के किसानों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और समग्र कृषि विकास कार्यक्रम (एचएडीपी) का लाभ उठाना चाहिए7 उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने और सांलोगों के स्वास्थ्य सेवा के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने के लिए एम्स जम्मू के निदेशक और पूरी टीम व स्वास्थ्य सेवा निदेशालय को भी सराहा।
उन्होंने केसों सांबा में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में जम्मू की अपनी यात्रा के दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हर पंचायत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्देदश दिया है।
इसी क्रम में एम्स जम्मू नौ और बड़े स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करेगा और जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग, सीएपीएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना भी इसी तरह के स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर रहे हैं। मैं लोगों से इन शिविरों में आकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने का आग्रह करता हूँ।
इससे पहले, उपराज्यपाल ने सांबा के विजयपुर में एम्स जम्मू के पास देवक ब्रिज का दौरा किया। लगातार बारिश और बढ़ते जल स्तर के कारण पुल को नुकसान पहुँचा है। उन्होंने अधिकारियों को मरम्मत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।